जयपुर. सूडान से ऑपरेशन कावेरी के तहत वायुसेना के विमान से 360 भारतीय लोगों को भारत वापस लाया जा चुका है। इसमें राजस्थान के भी 29 लोग शामिल हैं जो सूडान में चल रहे गृह युद्ध के दौरान वहां फंसे हुए थे। भारत लौटे लोगों ने अब रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे जबरन उनकी कंपनी में घुसकर सीने पर राइफल तानी गई और इसके बाद उनसे पैसे और मोबाइल छीनकर ले गए।
भारत लौटे लोगों ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि वहां बड़ी मुश्किल से खाने के इंतजाम हो पा रहे थे। कमरे में एक तरह से कैद थे और युद्ध के दौरान बरसाई ज रही गोलियां भी दीवारों को छेदकर कमरे में आ रही थी। ऐेसे में उनकी हालत पतली हो गई थी और हालात खराब बने हुए थे। इस पर एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि हम लगातार भारतीय दूतावास के संपर्क में बनाए हुए थे और बसों की व्यवस्था के लिए लगातार कह रहे थे, क्योंकि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में डीजल था। इसके बाद भारतीय सेना ने हम तक पहुंचकर हमें सही सलामत वापस भारत पहुंचा दिया।
राइफल तानकर लूट लिया सामान
सूडान से भारत लौटे एक भारतीय ने वहां की स्थिति के बारें में बताते हुए कहा कि आरएसएफ के टेंट हमारी कंपनी के पास लग हुए थे। आरएसएफ के सुरक्षा बल जबरदस्ती हमारी कंपनी में घुस गए और हमारे सीने पर राइफल अड़ाकर पैसे और मोबाइल छिन ले गए।
ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से निकाला
भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी के तहत वायुसेना के विमान द्वारा सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकाल रही है। भारत सहित दुनिया के देश भी अपने नागरिकों को निकालने की जद्दोजहद में लगे हुए है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और सऊदी सहित तमाम देश अपने नागरिकों को सूडान से निकाल रहा है।
नहीं थम रही हिंसा
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लगातार हिंसा का दौर जारी है। संघर्ष विराम के बाद भी कई जगह से हिंसा की खबरें सामने आ रही है। इसका सबसे ज्यादा असर सूडान की राजधानी खार्तूम में देखने को मिल रहा है। खार्तूम में पिछले कुछ दिनों से हिंसा जारी है।
