इसरो ने आज आदित्य एल-1 को सूर्य मिशन के तहत आंतरिक्ष के लिए लॉन्च किया है. इसरो ने इसके लिए पहले से ही तैयारी पूरी कर ली थी। आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के स्पेश सेंटर से की गई है। आदित्य एल-1 के बढ़ते कदम को लेकर वैज्ञानिकों ने कई अहम जानकारी दी है। इसरो की तरफ से कहा कि आदित्य एल-1 सूर्य से जानकारी देगा। इसरो ने कहा कि हम इस मिशन के लिए लगातार मेहनत कर रहे थे। मिशन की सफलता के बाद अंतरिक्ष में हम मजबूत होंगे। सूर्य मिशन की सफलता के बाद वैज्ञानिकों को कई अहम जानकारी हासिल होने की उम्मीद है।
सूर्य गैसों का एक धधकता गोला
इसरो की तरफ आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को लेकर बड़ी जानकारी दी गई। जानकारी के मुताबिक सूर्य गैसों का एक धधकता गोला है। इसमें 71 फीसदी हाइड्रोजनस 27 फीसदी हीलियम और 2 फीसदी अन्य गैंसे हैं। वैसे तो हम सब जानते है कि सूर्य अंतिरक्ष का सबसे बड़ा तारा है। लेकिन सूर्य का व्यास और द्रव्यमान पृथ्वी से 109 गुना बड़ा है। वहीं सूर्य की उम्र को लेकर नासा की तरफ से बड़ी जानकारी दी गई है। नासा की तरफ से कहा गया कि सूर्य की उम्र 4.5 बिलियन वर्ष है।
