झुंझुनूं. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से बर्खास्त किए जाने के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शिवसेना पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन्हें शिवसेना ज्वॉइन कराई है। बसपा से चुनाव जीतने के बाद 2018 में राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस का हाथ थाम था। सचिन पायलट के बगावती तेवर के समय गुढ़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ खड़े नजर आए। हालांकि बाद में उन्होंने पाला बदला और सचिन पायलट की सभाओं से सरकार को ही ललकारने लगे। लाल डायरी की एंट्री होते ही गहलोत के साथ उनके संबंधों का अंत भी हो गया। उन्होंने मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
शिंदे ने कहा, गुढ़ा का जनता के प्रति और जनता का गुढ़ा के प्रति विश्वास
शिव सेना (शिंदे) प्रमुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यहां जी-20 को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कहा कि अभी तो शुरुआत है। निश्चित रूप से जनता के हित में निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सच्चाई के लिए मंत्री पद को त्याग देता है। जैसे हमने भी सत्ता को त्याग कर विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया। ऐसा ही राजेंद्र सिंह ने किया है। इसीलिए वो हमारे साथ आए हैं। जनता का, लोगों का फायदा किसमें है, यही उन्होंने देखा है। उनको जो भी सहयोग हमारी तरफ से पूरा होगा, उनका भी जनता के प्रति, जनता का विश्वास भी उनके प्रति है।
ये भी पढ़ें: हमेशा याद रहेगा ये जी 20 समिट, कई मायनों में है आजाद भारत का सबसे ग्रैंड इवेंट
विकास के नाम पर शिंदे ने उठाया राजनीतिक मुद्दा
शिंदे ने कहा कि ये हमें जनता के लिए काम करना है। जनता की प्रगति के लिए करना है। राज्य के विकास के लिए काम करना है। जैसा महाराष्ट्र में विकास हो रहा है। यहां भी विकास करने की आश्वयकता है। यहां लोगों को दूसरे शहरों, युवाओं को दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जाना पड़ता है। यहां इंडस्ट्री आनी चाहिए, माइनिंग में बहुत संभानाएं हैं। यहां महिलाओं को सुरक्षा चाहिए, कानून व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता है। यहां किसानों को मदद की आवश्यकता है। किसानों को प्रगति की आवश्यकता है।
