ये निर्णय इसलिए चौंकाने वाला
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); सरकार का ये निर्णय इसलिए चौंकाने वाला रहा है, क्योंकि इससे पहले कार्यवाहक मेयर के तौर पर कांग्रेस की किसी महिला पार्षद को नियुक्त किए जाने की अटकले लगाई जा रही थी। लेकिन सरकार ने धाभाई को नियुक्त कर सारी अटकलों पर विराम लगा दिया। आपको बता दें कि शील धाबाई इससे पहले जयपुर की मेयर रह चुकी है। नवंबर 2020 में नगर निगम चुनावों के परिणाम के बाद शील धाबाई को मेयर का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन भाजपा ने एनवक्त पर सौम्या गुर्जर को मैदान में उतारकर धाबाई की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); जयपुर की तीसरी मेयर बनी थी शील धाबाई
जयपुर में नगर निगम बनने के बाद जब साल 1999 में जब दूसरा बोर्ड बना था, तब निर्मला वर्मा मेयर बनी थीं। निर्मला वर्मा 29 नवंबर 1999 से 16 अगस्त 2001 तक रही। वर्मा के निधन पर शील धाबाई 4 दिसंबर 2001 से 28 नवंबर 2004 तक जयपुर की मेयर रहीं। मेयर के बाद शील धाबाई ने भाजपा की टिकट से कोटपूतली से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गई थीं।
