बीकानेर. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा \’पर्यावरण का पुनर्उद्धार विषय पर ऑनलाईन व्याख्यान आयोजित हुआ। व्याख्यान में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि आज हमें पम्परागत पर्यावरण के स्रोतों जैसे नाड़ी, तालाब, जोड़, औरण, गोचर, वन भूमि आदि को बचाने की जरूरत है। कुलपति ने कहा कि अगर समय रहते हमनें अपने आसपास के पर्यावरण को नहीं बचाया तो आने वाले समय में मानव जाति पर संकट और गहरा जाएगा। राष्टपिता महात्मा गांधी कहा करते थे कि प्रकृति धरती के सभी जीवों की आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकती है, लेकिन किसी एक व्यक्ति के लालच को पूरा नहीं कर सकती है। आज वर्तमान कोरोना महामारी में लॉकडाउन से जूझते हुए मानव समाज, पशुधन तथा वन्यजीवों को इन्हीं परंपरागत स्रोतों ने भोजन, चारा व पानी उपलब्ध करा कर न्यूट्रीशनल वैल्यू पूरी की और हम लोगों की इम्युनिटी बनाए रखी।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); कुलपति ने पर्यावरण विभाग के सभी साथियों का आह्वान किया कि विश्वविद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करे। परिसर में वृक्षारोपण एवं उनके संरक्षण की महती आवश्यकता को देखते हुए एक समयबद्ध योजना प्रस्तुत करें तथा उसका प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करे। कुलपति ने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला के प्रयासों से परिसर में पानी की कोई कमी नहीं है। बस अब कमी है तो अपने प्रयासों की है।
कुलपति ने कहा कि आओ हम सब विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में शपथ ले कि जन्मदिन, शादी वर्षगांठ एवं अन्य त्यौहार/उत्सवों पर परिवार सदस्यों सहित नवीन पौधे लगाने का पुनीत कार्य करे और पर्यावरण के लिए अपने आप को समर्पित करे। विश्व पर्यावरण दिवस पर कुलपति ने विश्वविद्यालय परिसर में पीपल का पेड लगाकर इस वर्ष के पौधरोपण कर अभियान की शुरूआत की। कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार छंगाणी की ओर से किया गया। धन्यवाद प्रो. राजाराम चोयल द्वारा दिया गया। ऑनलाईन कार्यक्रम में संकाय सदस्य पो़ राजाराम चोयल, डॉ. अनिल कुमार दुलार, डॉ. प्रभुदान चारण, डॉ. लीला कौर ने पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया तथा विद्यार्थियों ने अपनी ओर से बनाए वीडियो दिखाए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय अधिकारी डॉ. गिरिराज हर्ष, कुलदीप जैन एवं राघव पुरोहित उपस्थित रहे। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
