
जैसलमेर. मरु महोत्सव के अन्तर्गत जैसलमेर के सोनार दुर्ग से पूनमसिंह स्टेडियम तक निकली शोभायात्रा ने मरू संस्कृति के दर्शन करवा दिए। ये दृश्य देख सभी अभिभूत नजर भी आए। शोभायात्रा की झलक पाने के लिए मार्ग के दोनों और लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। सोनार दुर्ग की अखे प्रोल से जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह एवं सभापति श्री हरिवल्लभ कल्ला ने हरी झंडी दिखा कर शोभा यात्रा का आगाज किया।

इस दौरान बीसूका उपाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पूर्व जिला प्रमुख श्री अंजना मेघवाल जिला पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर हरि सिंह मीना, सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
बीएसएफ के सजे-धजे ऊंट व इन पर सवार बीएसएफ के जांबाज, केमल माउण्टेन बैंड वादकों का समूह, मंगलकलश लिए बालिकाएं, लोक कलाकारों का कारवां दुर्ग से निकल कर मुख्य मार्ग से होता हुआ शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंच कर शानदार समारोह में परिवर्तित हुआ।

शोभायात्रा में श्रृंगारित ऊंटों पर सवार रौबीले मरु श्री एवं इस प्रतियोगिता के प्रतिभागी, मिस ऊंटों एवं ऊंट गाड़ों पर सवार पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित मिस मूमल एवं महेन्दा के प्रतियोगी और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। लोक कलाकारों के कई जत्थों ने रास्ते भर लोक नृत्यों और लोक वाद्यों से लय-ताल की धूम मचाते हुए मरु संस्कृति और राजस्थानी परंपराओं का दर्शन कराया।

शहर में भव्य स्वागत
शहर की हृदय स्थली गोपा चौक से होती हुई यह यात्रा मुख्य बाजार, जिंदानी चौक, सदर बाजार, गांधी चौक, होते हुए हनुमान चौराहा से निकल कर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंची। शहर वासियों ने कतारें लगाकर शोभायात्रा का लुत्फ बउठाया। पुष्पवर्षा कर विभिन्न प्रतियोगिताओं के संभागियों का अभिनंदन एवं स्वागत के साथ ही हौसला अफजाई की। शोभायात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से आए लोक कलाकार अपने क्षेत्र की संस्कृति एवं नाच-गान प्रस्तुत करते हुए चलते रहे। जैसलमेर में श्री लक्ष्मीनाथजी की महाआरती से हुई मरु महोत्सव के रंगारंग कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। जैसलमेर में विश्वविख्यात मरु महोत्सव के आयोजनों की शुरूआत श्री लक्ष्मीनाथ मन्दिर में महा आरती से हुई और इसके बाद सोनार दुर्ग से शोभायात्रा निकली।

श्री लक्ष्मीनाथ मन्दिर में महा आरती से सोमवार के विभिन्न आयोजनों का शुभारंभ हुआ। पूर्व राजपरिवार से चौतन्यराजसिंह महारावल द्वारा प्रभु श्रीलक्ष्मीनाथजी की महाआरती की गई। महाआरती में जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक श्री भंवरसिंह नाथावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री हरि सिंह मीना, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, पूर्व जिलाप्रमुख अंजना मेघवाल, महारावल परिवार से राजमाता रासेश्वरी राज्यलक्ष्मी एवं श्रीमती रश्मि कंवर(मयूरभंज उड़ीसा), जिला बीसूका क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष एवं यूआईटी के पूर्व चौयरमेन उम्मेदसिंह तंवर, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाश व्यास, केपीएस के विमल गोपा सहित जनप्रतिनिधिगण, प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारीगण, रंगकम एवं साहित्यकार विजय बल्लाणी सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, कलाकार, गणमान्य नागरिक एवं पर्यटक उपस्थित थे।इस दौरान मन्दिर परिसर से बाहर लोक कलाकारों के समूहों ने लोकवाद्यों की सुमधुर स्वर लहरियों पर नृत्य एवं गायन की प्रस्तुति की।