जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि दुनिया के किसी भी देश में ब्लैक फंगस की बीमारी नहीं है। मैंने पूरी दुनिया में पता करवाया है, हमारे अलावा कहीं यह बीमारी नहीं है। केवल हमारे ही देश के 8-10 राज्यों में ब्लैक फंगस की बीमारी है। ऐसा क्यों। इस पर एक रिसर्च करके तह तक जाना चाहिए। हम इसके लिए प्रधानमंत्री को लिख रहे हैं कि वे ब्लैक फंगस पर रिसर्च करवाएं। गहलोत ने कहा कि इसके कारणों को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। कई कह रहे हैं कि स्टेरॉयड के ज्यादा इस्तेमाल से यह बीमारी हुई है। गहलोत पांच ऑक्सीजन प्लांट्स और मेडिकल सुविधाओं के वर्चुअल लोकार्पण शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार पहले रेमडिसिविर इंजेक्शन के राज्यों का आवंटन का जिम्मा केन्द्र सरकार ने अपने हाथों में लिया था वैसे ही अब ब्लैक फंगस के इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन का आवंटन भी केंद्र सरकार कर रही है। राज्यों को समय पर इंजेक्शन नहीं मिल रहा। जिससे मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है। समय रहते ये इंजेक्शन मरीज को मिल जाए तो जान बचाई जा सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। ताकि मरीजों का समय पर उपचार किया जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); बाड़मेर तक पोर्ट बनाने के लिए केंद्र सरकार से बात होगी
गहलोत ने कहा कि बाड़मेर तक सी चैनल बनाकर पोर्ट बनाने की बातें लंबे समय से चल रही हैं। 20 साल पहले मैं धीरुभाई अंबानी से मिला था। उन्होंने भी कहा था कि बाड़मेर तक पोर्ट बनना चाहिए, इस पर हम भारत सरकार से बात करेंगे।
सबका वैक्सीनेशन फ्री हो
गहलोत ने कहा कि देश में अब तक फ्री वैक्सीनेशन होता आया है। पहली बार देश में वैक्सीनेशन का पैसा लिया जा रहा है। 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के वैक्सीनेशन का काम राज्यों पर छोड़ते हुए वैक्सीन की अलग-अलग रेट हैं। ऐसा कभी भी देखने में नहीं आया कि वैक्सीन की राज्य, केंद्र और निजी अस्पतालों के लिए अलग अलग दर हो। हम इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट गए हैं, उम्मीद है केंद्र सरकार फ्री वैक्सीनेशन पर फैसला करेगी।
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