
मास्को, एएनआइ. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब ये विवाद चरम सीमा पर आ गया है। सोमवार को पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों को मान्यता दे दी है। जिसके बाद दोनों देशों के बीच हालात सामान्य नहीं रहे। इस विवाद को कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र परिषद की बैठक अब भी जारी है। भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया का विशेष विमान आज सुबह भारत से यूके्रेन के लिए रवाना हुआ। ड्रीमलाइनर बी-787 विमान में 200 से अधिक सीटों की क्षमता है। यूक्रेन से विशेष विमान आज रात दिल्ली वापस लौटेगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से बात
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आज चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी के साथ डीपीआरके में विकास और यूके्रन के खिलाफ रूस की आक्रामकता के बारे में बात की। उन्होंने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
We want peace & we are consistent in our actions…We are committed to a political & diplomatic settlement, we do not succumb to provocations: Sergiy Kyslytsya, Ukrainian Ambassador to United Nations at UNSC meeting on Ukraine pic.twitter.com/YO7fGB2Wne
— ANI (@ANI) February 22, 2022
यूक्रेन के राजदूत सर्गेई का बयान
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई काइस्लात्सिया ने कहा, आज संयुक्त राष्ट्र संघ की पूरी सदस्यता पर हमले हो रहे हैं, 1991 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर को दरकिनार कर सुरक्षा परिषद की सदस्यता पर कब्जा करने वाले देश की ओर से हमला किया जा रहा है, जिसने 2014 में यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर कब्जा किया था। हम रूस से वार्ता के लिए मेज पर लौटने की मांग करते हैं। हम यूक्रेन के क्षेत्रों में अतिरिक्त रूसी कब्जे वाले सैनिकों को तैनात करने के आदेश की निंदा करते हैं। हम कब्जे वाले सैनिकों की तत्काल और पूर्ण सत्यापन योग्य वापसी की मांग करते हैं।
यूएनएससी की बैठक में यूक्रेन पर रूस की प्रतिक्रिया
यूएनएससी की बैठक में यूक्रेन पर भी रूस की प्रतिक्रिया आई है। रूस ने कहा, हम राजनयिक समाधान के लिए कूटनीति के रास्ते खोले हुए हैं। डोनबास में रक्तपात की अनुमति देना कुछ ऐसा है जिसे करने का हमारा इरादा नहीं है। हम अमेरिका के नेतृत्व में हमारे पश्चिमी सहयोगियों की ओर से निभाई गई नकारात्मक भूमिका को नोट करने के लिए मजबूर हैं।
यूएनएससी की बैठक में भारत का बयान
यूके्रेन पर यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं। हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है। नागरिकों की सुरक्षा जरूरी है। 20,000 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूके्रन के विभिन्न हिस्सों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है। रूस के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है।
We call for restraint on all sides.We're convinced that this issue can only be resolved through diplomatic dialogue.We need to give space to recent initiatives undertaken by parties which seek to diffuse tensions: India's Permanent Rep to UN ,TS Tirumurti,at UNSC meet on Ukraine pic.twitter.com/6Eye4iGTVb
— ANI (@ANI) February 22, 2022
ये है मामला
दरअसल, यूक्रेन पर बड़ा कदम उठाते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही इलाकों डोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है, और सुरक्षा समझौते का भी एलान कर दिया है। पुतिन ने यूके्रन की सेना को दोनों इलाकों पर गोलाबारी रोकने का निर्देश दिया और कहा कि समझौते के तहत अब इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी रूस की है।