
नई दिल्ली, एएनआई. रूस और यूक्रेन के बीच चल रही कई दिनों की तनातनी अब युद्ध में तब्दील हो गई है। इस मसले को लेकर यूक्रेन ने भारत से अपील की है कि रूस को युद्ध ना करने के लिए समझाया। साथ में ये भी विश्वास जताया कि भारत ये काम कर सकता है। रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष भी जारी है। उधर, अब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे। विदेश सचिव ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।
The Prime Minister is scheduled to speak to Russian President Vladimir Putin shortly: Foreign Secretary Harsh V Shringla pic.twitter.com/IEfgyT5BeE
— ANI (@ANI) February 24, 2022
गौरतलब है कि यूके्रन के राजदूत ने पीएम मोदी से अपील की थी कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करें। वहीं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूके्रन संकट पर गुरुवार को अहम बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजित डोवाल और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
इससे पहले आज भारत में यूके्रन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत सरकार से हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। यूके्रनी राजदूत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने का आग्रह किया था।
I think that in this case, your Prime Minister can address Mr Putin. He can address our President. Many times in history, India played a peacekeeping role. We're asking for your strong voice to stop this war: Dr Igor Polikha, Ambassador of Ukraine to India#RussiaUkraineConflict pic.twitter.com/sQxQ8XWgu9
— ANI (@ANI) February 24, 2022
भारत में यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि रूस के साथ भारत के विशेष संबंध हैं और स्थिति को सामान्य बनाने के लिये वह अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी उन कुछ गिने-चुने नेताओं में शामिल शामिल हैं जिनकी बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुनते हैं तथा नई दिल्ली, मास्को के साथ इस निकटता का उपयोग स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कर सकता है। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हम भारत के स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं जो उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो बार व्यक्त किया।
वहीं, सोमवार रात को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा। भारत ने इस बात पर जोर दिया था कि तनाव खत्म करना तात्कालिक प्राथमिकता है और इसमें सभी पक्षों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखा जाए। उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूके्रन में सैन्य अभियान की घोषणा करने के साथ ही अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।
