
नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनातनी अब युद्ध में तब्दील हो गई है। अब तक यूक्रेन में 137 लोगों के मारे जाने की बात सामने आ रही है। दोनों में फिलहाल संघर्ष जारी है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर गुरुवार रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की। पीएमओ ने इसकी जानकारी दी है। पीएमओ ने जानकारी में बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के संबंध में हाल के घटनाक्रम के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी। पीएम ने अपने लंबे समय से चले आ रहे विश्वास को दोहराया कि रूस और नाटो के बीच मतभेद ईमानदार बातचीत से ही सुलझाए जा सकते हैं।
PM Modi appealed for an immediate cessation of violence, and called for concerted efforts from all sides to return to the path of diplomatic negotiations and dialogue: Prime Minister’s Office
— ANI (@ANI) February 24, 2022
पीएमओ की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से हिंसा को तत्काल समाप्त करने की अपील की और राजनयिक वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों की सुरक्षा के संबंध में भारत की चिंताओं के बारे में रूसी राष्ट्रपति को भी अवगत कराया। पीएम ने बताया कि भारत उनके सुरक्षित निकास और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। रिपोट्र्स के मुताबिक पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति के बीच करीब 25 मिनट तक बातचीत हुई है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति की अहम बैठक की। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजित डोवाल और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा कई अन्य आला अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता यूक्र्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वहां से निकालने की रहेगी।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन के स्थिति की समीक्षा के लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की एक बैठक हुई। जिसमें प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनको भारत वापस लाना है। श्रृंगला ने बताया कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते भारतीय यूक्रेन से निकाले जाएंगे। हम अत्यधिक सावधानी से निकासी को संभालेंगे। कीव से भारतीय नागरिकों को निकालने और सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए रोडवेज तैयार किए हैं।
