
मॉस्को/कीव. रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई दिनों से चल रही जुबानी जंग दो दिनों से युद्ध में तब्दील हो गई है। इस दौरान 137 लोगों के मारे जाने की पुष्टि भी की गई है। करीब 300 से ज्यादा लोगों के घायल होने के समाचार भी सामने आ रहे हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पश्चिमी देशों को कायर बताया और उन पर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि रूस के हमले में यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया है। यूक्रेन राष्ट्रपति भवन के एक उच्च अधिकारी ने कहा है कि, इस हाल में सिर्फ 96 घंटों में राजधानी कीव पर कब्जा हो जाएगा। जबकि, रूसी राष्ट्रपति भवन ने कहा है कि, ये लड़ाई कब खत्म होगी, इसका फैसला राष्ट्रपति पुतिन ही करेंगे।
अमेरिका ने यूक्रेन को छोड़ दिया अकेला!
यूक्रेन अब युद्ध में पूरी तरह से अकेला पड़ गया है। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस के खिलाफ कई कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया कि अमेरिका और नाटो की सेना यूक्रेन में रूस के सैनिकों से लडऩे नहीं जाएगी। इसका मतलब साफ है कि अब यूक्रेन की सेना को अकेले ही लडऩा होगा। एक्सपट्र्स का कहना है कि, रूस ने युद्ध का जो मॉडल तैयार किया है, उस रास्ते पर अब चीन भी चलेगा और ताइवान की स्वतंत्रता अब खतरे में आ चुकी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री की चेतावनी
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दी है कि रूस सिर्फ यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूकने वाला नहीं है। ब्लिंकन की चेतावनी ऐसे वक्त में आई है जब सैटेलाइट तस्वीरों में, रूस को पोलैंड के साथ बेलारूस की सीमा पर सैनिकों, कवच और तोपखाने को एकत्रित करते दिखाया है। एबीसी न्यूज ने गुरुवार रात एंथनी ब्लिंकन से पूछा था कि क्या उन्हें लगता है कि यूक्रेन पर विजय प्राप्त करने के बाद रूसी राष्ट्रपति अपनी सेना को वापस बुलाएंगे। एंटनी ब्लिंकन से सवाल पूछा गया था, कि ‘क्या यह संभावना है कि पुतिन यूक्रेन से पर कब्जा करने के बाद भी नहीं रूकेंगे? इस सवाल पर ब्लिंकन ने कहा कि, ज़रूर, यह एक संभावना है।
यूक्रेन से आगे बढ़ा रूस… तो क्या होगा?
हालांकि, एंटनी ब्लिंकन ने जोर देते हुए कहा कि, यूक्रेन से आगे पड़ौसी देशों में पोलैंड, स्लोवाकिया, हंगरी और रोमानिया जैसे देश हैं, जो नाटो के सदस्य देश हैं। यदि रूस इन देशों पर हमला करता है तो इसे नाटो और अमेरिका पर हमला माना जाएगा। फिर युद्ध में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ साथ 30 देश शामिल हो जाएंगे। ब्लिंकन ने कहा कि उसके रास्ते में कुछ बहुत शक्तिशाली खड़ा है, और इसे हम आर्टिकल फाइव कहते हैं।
दूसरे दिन युद्ध में भारी नुकसान
युद्ध के दूसरे दिन की शुरूआत से ही रूस की सेना ने यके्रन की राजधानी कीव पर भारी बमबारी शुरू कर दी है। राजधानी कीव के आसमान में हर तरफ धुआं नजर आ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार रूसी टैंक अब राजधानी कीव के 20 किमी के दायरे में आ चुके हैं। इधर यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस को करारा जवाब दिया है, यूक्रेन के एंटी मिसाइल सिस्टम ने रूस के मिसाइल को हवा में ही मार गिराया है। हालांकि, यके्रन सरकार की तरफ से ये भी कहा है कि रूस का एक मिसाइल शहर में एक आवासीय इमारत से टकराई है। यूक्रेन सरकार ने कहा कि, रूस ने सतह से मार करने वाली मिसाइल से एक यूके्रनी जेट, एक एसयू -27 को मार गिराया।
6 घंटे में यूके्रन पर कब्जा
यूक्रेन सरकार के एक करीबी सूत्र ने कहा कि, वे इस बात पर सहमत हैं कि कीव को 96 घंटों के भीतर घेर लिया जाएगा, लेकिन उनका मानना है कि सरकार मजबूत रहेगी और ढहेगी नहीं। यूक्रेन अधिकारी ने इस बात को उस वक्त माना है, जब रूसी सेना ने भयंकर लड़ाई के बाद चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का नियंत्रण जब्त कर लिया है। वीडियो में रूसी टैंक और बख्तरबंद वाहनों का पता चला है जो राजधानी कीव से सिर्फ 60 मील उत्तर में नष्ट हुए रिएक्टर के सामने खड़े हैं।