
जयपुर. राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि पटवारी का एक भी पद खाली न रहे। उन्होंने बताया कि राज्य में पटवारी के कुल 12 हजार 331 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 हजार 970 पटवारी वर्तमान में कार्यरत है, जबकि 5610 रिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रियाधीन है। जिनका चयन बोर्ड के स्तर पर दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। शीघ्र ही चयनित अभ्यर्थियों का परीक्षण कराकर पदस्थापन कर दिया जाएगा।
राजस्व मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि जिन पटवार मण्डलों के भवन नहीं बने हुए हैं, वहां वित्तीय संसाधन उपलब्ध होते ही भवन निर्माण का कार्य किया जाएगा।
जाट ने बताया कि राजस्व विभाग के लंबित कार्यों का निस्तारण प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत किया जा चुका है। राज्य की 369 तहसीलों में से करीब 335 डिजिटल हो चुकी हैं, जहां ई-धरा एप के माध्यम से विभाग से जुड़े ज्यादातर कार्य ऑनलाइन किए जा रहें हैं, जिससे बिना पटवारी के घर बैठे ही काश्तकार अपनी भूमि के नकल दस्तावेज स्वयं ले सकेंगे। डिजिटल होने से शेष बची तहसीलों के ऑनलाइन करने के लिए कार्य जारी है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पटवारियों को पंचायत पर उपस्थित रहने के लिए राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्देशित किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिला कलेक्टर बीकानेर की रिपोर्ट के आधार पर बीकानेर तहसील क्षेत्र के 33 पटवार मण्डलों में से 12 भवन रहित है। इसी प्रकार लूणकरणसर तहसील क्षेत्र में 46 पटवार मण्डलों में से 14 भवन रहित है।
इससे पहले राजस्व मंत्री ने विधायक सुमित गोदारा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि बीकानेर जिलें में 312 पटवार हल्के है। इन हल्कों में पटवारियों के 312 पद स्वीकृत है। जिनके विरूद्ध पटवारी के 187 पद भरे हुए है एवं 125 पद रिक्त है। बीकानेर तहसील में पटवारी के 93 पद स्वीकृत है और 77 कार्यरत है। लूणकरणसर तहसील में पटवारी के 89 पद स्वीकृत है और 48 कार्यरत है। बीकानेर तहसील में 33 ग्राम पंचायत मुख्यालयों एवं लूणकरणसर तहसील में 32 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर पटवार भवन बने हुए है।