
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का तीसरा दिन है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने दोनों देशों के बीच जारी इस युद्ध पर चिंता जताई है। इस बैठक में यूएन चीफ टोनियो गुटेरेशका ने सख्त लहजे में कहा है कि अब रूसी सेना यूके्रन को छोड़कर अपने बैरकों में वापस लौट जाए। यूएनएससी बैठक के बाद महासचिव ने कहा कि रूस ने पूरी दुनिया का अपमान किया है, उसने सिर्फ यूक्रेन पर हमला नहीं किया है। सिर्फ एक देश पर नहीं है, ये हमसब पर भी हमला है। हम शांति के लिए काम कर रहे हैं, रूसी सैनिक अब जल्द-से-जल्द यूके्रन छोड़ेें।
रूस के खिलाफ अमेरिकी निंदा प्रस्ताव में 11 देशों ने दिया साथ
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रस्ताव पर परिषद के सदस्य के रूप में रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल किया। वहीं भारत-चीन और यूएई ने इस प्रस्ताव से खुद को दूर रखा तथा शांति बहाल करने की अपील की। भारत ने युद्ध की भी निंदा की है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से 11 ने रूस के खिलाफ अमेरिकी निंदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है। जिसे संयुक्त राज्य और अल्बानिया की ओर से संयुक्त रूप से लिखा गया था। यूएनएससी ने यूक्रेन के खिलाफ पुतिन की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा की गई और वहां से सैनिकों की तत्काल वापसी की मांग की गई जिस पर यूएन महासचिव ने रूसी सैनिकों को तत्काल यूक्रेन छोड़ वापस अपने बैरकों में लौटने को कहा।
रूस और यूक्रेन दोनों देशों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंध लगाने में अमेरिका यूरोपीय संघ में शामिल होगा। अमेरिकी ट्रेजरी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और विदेश मामलों के मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंध लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यूएनएससी की बैठक में रूस ने खिलाफत करते हुए लाए निंदा प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया जिससे पता चलता है कि वह युद्ध पर को जारी रखेगा।