

कीव/मॉस्को. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अपने पूरे चरम पर है। रूसी सेना कीव पर कब्जा कर सकती है। रूसी सेना ने घेराबंदी करते हुए बीते तीन दिनों में चारों तरफ से हमला कर यूके्रन की सेना को पीछे हटने पर मजबूर किया है। आपको बता दें कि राजधानी कीव अभी तक रूसी सेना के कब्जे से दूर थी। अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने चिंता जताई है कि कीव पर रूसी सेना के कब्जे का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की रात हमारे लिए सबसे कठिन होने वाली है, लेकिन हमें खड़े रहना होगा। जेलेंस्की ने कहा कि आज की रात दुश्मन हमारी क्षमता को तोडऩे की हरसंभव कोशिश करेगा, आज वे हम पर कहर बरपाएंगे।
यूक्रेन की सांसद ने उठाई बंदूक, कहा- जंग के लिए तैयार
रूसी सेना को कीव की तरफ बढऩे से रोकने के लिए यूके्रन की सांसद कीरा रुडिक ने भी बंदूक उठा ली है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, मैंने कलाशनिकोव चलाना सीख लिया है और हथियार उठाने के लिए तैयार भी हूं। कभी सोचा नहीं था कि ऐसा भी देखने को मिलेगा। हमारी महिलाएं देश को बचाने के लिए पुरुषों की तरह ही आगे आएंगी।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया के बुखारेस्ट के लिए रवाना
इधर यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए शनिवार सुबह मुंबई हवाई अड्डे से उड़ान भर दी है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई 1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाई अड्डे से उड़ान भरी। उसके भारतीय समयानुसार सुबह करीब दस बजे बुखारेस्ट हवाई अड्डे पर पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूके्रन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं। उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके। एयर इंडिया यूके्रन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी।
यूक्रेन के कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक और एडवाजरी जारी की है। इसमें यूक्रेन से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे भारतीय नागरिकों से कहा है कि वे भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी बॉर्डर पोस्ट पर न जाएं।