
मास्को. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध पूरे परिवान पर है। रूस की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। वहीं यूक्रेन भी जवाबी कार्रवाई में जुटा हुआ है। इधर यूक्रेन के लिए राहत की बात ये है कि अमेरिका ने यूक्रेन को बड़ी सहायता दी है। यूक्रेनके सशस्त्र बलों ने देश में कड़ा प्रतिरोध जारी कर रखा है। यह जानकारी ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दी है। रूस से जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बयान देते हुए कहा कि हम कीव और शहर के हर जरूरी कोने को कंट्रोल कर रहे हैं। जो हमारे साथ आना चाहते हैं और मदद करना चाहते हैं कर सकते हैं, हम आपको हथियार देंगे। हमें इस जंग को खत्म करना होगा। हम शांति में जी सकते हैं। इधर अमेरिका ने यूके्रन को बड़ी सहायता प्रदान किए जाने की घोषणा की है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि रूस के अनुचित युद्ध से खुद को बचाने में मदद करने के लिए अमेरिकी रक्षा विभाग यूक्रेन को तत्काल सैन्य सहायता में अतिरिक्त 350 मिलियन डालर प्रदान करेगा।
रूस ने भारत के रुख की सराहना की
इधर एक दिन पहले शुक्रवार को हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा संघ (यूएनएससी) की बैठक में वोटिंग को लेकर रूस ने भारत की स्वतंत्र और संतुलित स्थिति पर सराहना की है। भारत के रूसी दूतावास ने कहा कि विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की भावना में रूस भारत के साथ घनिष्ठ संवाद बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
सैन्य अभियान में 198 की मौत
यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री विक्टर लिआशको ने कहा कि गुरुवार को रूस-यूके्रन संकट बढऩे के बाद से अब तक तीन बच्चों सहित कुल 198 की मौत हो चुकी है। लिआशको ने एक फेसबुक पोस्ट में यूक्रेन में अब तक रूसी सैन्य अभियान में हताहतों की संख्या साझा की है। पोस्ट में उन्होंने यह भी कहा कि तीन दिनों की लड़ाई में 1,115 यके्रनियन घायल हुए हैं।
पश्चिमी देशों ने रुस पर लगाए कड़े प्रतिबंध
यूक्रेन में बढ़ते हमलों के बीच पश्चिम देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति और शीर्श सुरक्षा अधिकारी दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि मास्को को वास्तव में अब पश्चिम के साथ राजनयिक संबंधों की आवश्यकता नहीं है। कहा कि प्रतिबंधों ने रूस को रणनीतिक (परमाणु) स्थिरता पर बातचीत से बाहर निकलने का एक अच्छा कारण दिया है।
रूस ने फ्रांस से मांगा स्पष्टीकरण
फ्रांस में रूसी दूतावास अंग्रेजी चैनल में एक रूसी मालवाहक जहाज की जब्ती पर फ्रांसीसी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। रूस की आरआइए समाचार एजेंसी ने शनिवार को दूतावास के हवाले से ये जानकारी दी। फ्रांसीसी अधिकारियों ने कहा कि एक जहाज जो यूक्रेन में युद्ध से जुड़े व्यापार प्रतिबंधों के उल्लंघन के संदेह में एक रूसी कंपनी से संबंधित हो सकता है। उसे शनिवार तड़के फ्रांसीसी समुद्री पुलिस ने जब्त कर लिया।
रूस द्वारा यूक्रेन के नागरिकों पर किए जा रहे हैं हमले
इस हमले के दौरान यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कीव की एक तस्वीर साझा की है। जिस तस्वीर से रूस द्वारा नागरिकों के ऊपर किए जा रहा हमला साफ नजर आ रहा है। तस्वीर में एक बहुमंजिला इमारत पर किए राकेट हमले को दिखाया है। मंत्री ने इसके जरिए दुनिया से रूस को अलग-थलग करने की अपील की है।
रूस ने अमेरिकी यात्रा पर लगाया प्रतिबंध
यूक्रेन में रूस की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर नाराज अमेरिका ने पहले आर्थिक प्रतिबंध लगाए। साथ ही वहां के एलिट वर्ग के लोगों पर रोक लगा दिया था और अब राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और विदेश मंत्री लावरोव पर अमेरिका ने यात्रा प्रतिबंध का एलान किया है।