
नई दिल्ली. रूस और यूक्रेनके बीच छिड़ी जंग पर अब विराम लग सकता है। दोनों देश के प्रतिनिधिमंडल ने शांति वार्ता को लेकर बेलारूस के मिन्स्क शहर में सभी तैयारियां कर ली हैं। ये बैठक भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे के बाद कभी भी हो सकती है। इस बैठक पर दुनिया के तमाम देशों की निगाह है। इस वार्ता मतें रूस का नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की कर रहे हैं। उन्होंने बताया था कि बेलारूस के गोमेल क्षेत्र में बातचीत के लिए यूके्रन से एक समझौता किया था। रूसी प्रतिनिधिमंडल वहां पहले ही पहुंच चुका है। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के हवाले से बताया है कि यूके्रन का एक प्रतिनिधिमंडल रूसी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के लिए बेलारूस सीमा पर पहुंचा है।
इधर भारत में तैनात यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने कहा है कि इस लड़ाई में बहुत सारे नागरिक हताहत हो रहे हैं। यूक्रेन सरकार के अनुसार रूसी शांति-संघर्ष अभियान के परिणामस्वरूप पहले से ही बम विस्फोटों, गोलाबारी आदि से 16 बच्चे मारे जा चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि रूस के साथ बातचीत का उसका मुख्य ध्येय यही है कि तत्काल युद्धविराम हो और रूसी सैनिक वापस लौट जाएं।
भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने इंडिगो 321 विमान के जरिए दो उड़ानें संचालित की जा रही है। ये उड़ानें दिल्ली से बुखारेस्ट, रोमानिया और बुडापेस्ट, हंगरी के लिए इस्तांबुल के रास्ते संचालित की जा रही हैं। इंडिगो ने कहा है कि हम ऐसी और निकासी उड़ानों के लिए अपना समर्थन देने के लिए सरकार के साथ संपर्क में हैं। प्रधान मंत्री के निर्देश पर, कैबिनेट सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की और उन्हें यूके्रन से छात्रों को वापस लाने के भारत सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने जिला कलेक्टरों से कहा है कि वो ऐसे छात्रों के परिवार के सदस्यों से संपर्क करें जिनके बच्चे यके्रन में है और उन्हें सरकार की ओर से दी जारी सेवा से अवगत कराएं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री-मिलिट्री जनरल स्टाफ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को युद्ध के लिए तैयार रखा जाए। इसकी कई देशों ने कड़ी आलोचना भी की है।
कीव से हटाया वीकेंड कफ्र्यू
कीव में वीकेंड कफ्र्यू हटा लिया गया है। सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी गई है। यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास बुडापेस्ट (हंगरी) से छठी ऑपरेशन गंगा उड़ान के जरिए 240 भारतीय नागरिकों को वापस दिल्ली लाया जा रहा है।
एएनआई के अनुसार यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाइ। जिसके बाद चार मंत्रियों को यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये मंत्री यूक्रेन के पड़ौसी देशों में जाएंगे और वहां से यूक्रेन में फंंसे भारतीयों को बाहर निकालने में मदद करेंगे। इन मंत्रियों में हरदीप सिंह पुरी, ज्योर्तिादित्य सिंधिया, जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह और किरण रिजिजू शामिल हैं। ये सभी केंद्रीय मंत्री विशेष दूत की हैसियत से जाएंगे। इधर 249 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट (रोमानिया) से रवाना हुई पांचवीं आपरेशन गंगा फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। यहां पहुंचे छात्रों ने कहा कि सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान की गई।
