
यूक्रेन और रूस के बीच चली आ रही जंग छठे दिन भी जारी रही। दोनों में चल रही वार्ता भी बेनतीजा रही है। इधर कीव पर हमले जारी है। रूस की ओर से लगातार एक के बाद एक बमबारी की जा रही है। इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं। मीडिया हाउस के मुताबिक रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत के समाचार हैं। जिसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं। यूक्रेन रूस के सामने डटकर खड़ा है। यूके्रन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को पत्र भेजा है, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आज शाम 3 बजे से बैठक बुलाई है।
अस्पताल के तहखानों में चल रहा कैंसर पीडि़तों का इलाज
न्यूज एजेंसी एएफपी ने कुछ तस्वीरें साझा की है। जिसमें कीव के एरिस मेसिनिस में बच्चों के अस्पताल में कैंसर पीडि़त बच्चों को बचाने के लिए अस्पताल के तहखाने में उपचार किया जा रहा है। यूक्रेन राजधानी कीव पर हो रहे हमले के दौरान हो रही बमबारी के कारण अस्पताल ने ये कदम उठाया है। इधर आईओसी ने खेल आयोजकों से रूसी, बेलारूसी एथलीटों और अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से बाहर करने का आह्वान किया है। वहीं फीफा और यूईएफए ने घोषणा की, अगली सूचना तक सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से रूस को निलंबित किया जाता है।
Underground in Kyiv.@AFP’s Aris Messinis photographs child patients at a Kyiv paediatrics hospital – including cancer sufferers – being treated in the basement, which is being used as a bomb shelter during the attack on the Ukraine capital pic.twitter.com/knZCst3Vs7
— AFP News Agency (@AFP) March 1, 2022
अमेरिका-कनाडा ने रूस पर की सख्त कार्रवाई
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के 12 डिप्लोमेट्स को देश से निकालने आदेश जारी किया है, जिस पर रूस ने कड़ी आपत्ति जताई है। अमेरिका के इस कदम को शत्रुतापूर्ण बताया गया है। समाचार एजेंसियों की रिपोट्र्स के मुताबिक अमेरिका ने कहा है कि रूस के 12 डिप्लोमेट्स को नॉन डिप्लोमेटिक एक्टिविटीज के कारण देश से बाहर निकलने के लिए कहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रूस से तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
भारत ने कहा- विवादों का शांतिपूर्ण हो समाधान
यूएनजीए के 11वें आपातकालीन सत्र में यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत आज भी कह रहा है कि विवादों का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। भारत का मानना है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को तत्काल निकालने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं यूक्रेन के सभी पड़ौसी देशों को धन्यवाद देना चाहता हूं। जिन्होंने हमारे नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं खोलीं और कर्मियों को सुविधाएं दीं। हम अपने पड़ौसी और विकासशील देशों के फंसे लोगों की मदद के लिए तैयार हैं।