
मास्को. रूस की यूक्रेन के खिलाफ शुरू की गई जंग छठे दिन भी जारी रही। दोनों देशो के बीच वार्ता भी हुई लेकिन इसका भी कोई बेहतर परिणाम सामने नहीं आ सका है। इस स्थिति को देखते हुए दुनिया के देशों में चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि इन दोनों देशों के बीच सुलह का रास्ता निकालने के लिए कूटनीतिक प्रयास लगातार जारी हैं लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। इधर यूक्रेन संकट पर यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स काउंसिल ने अपात बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 और विपक्ष में 5 वोट पड़े। भारत सहित 13 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया। यूएनएचआरसी में कुल 47 सदस्य हैं। हालांकि, युद्ध के बीच पहली बार सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों ने बात की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। रूस ने ब्रिटेन और जर्मनी सहित 36 देशों की एयरलाइनों की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इधर आपरेशन गंगा के तहत भारतीय छात्रों को लेकर 8 वीं फ्लाइट बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि 216 भारतीय नागरिकों के साथ 8वीं उड़ान हंगरी के बुडापेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। भारतीय छात्रों ने बताया कि हम यूके्रन से हंगरी निकालने के लिए भारतीय दूतावास और सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। वे हमें सुरक्षित घर वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
रूसी डिप्लोमेट्स के खिलाफ बड़ा एक्शन
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजनयिक मिशन के 12 सदस्यों को संयुक्त राज्य अमेरिका ने निष्कासित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस बात की जानकारी दी।
The eighth flight of Operation Ganga has departed from Budapest to Delhi
— ANI (@ANI) March 1, 2022
It was a smooth process. We want to thank the Indian Embassy and government for evacuating us from Ukraine to Hungary. They are trying their best to bring us back home safely" said, Indian students pic.twitter.com/YtgKSEFwER
भारतीय छात्रों के लिए बनाए अस्थायी शिविर
यूके्रन में बिगड़ते हालात के बीच रोमानिया में साइरेट सीमा पर भारतीय छात्रों के लिए अस्थायी शिविरों को स्थापित किया गया है। इधर यूरोपीय संघ ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता, कुलीन वर्ग और पत्रकार पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शांतिपूर्ण समाधान चाहता है भारत- टीएस तिरुमूर्ति
यूएनजीए के 11वें आपातकालीन सत्र में यूके्रन पर यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि विवादों का शांतिपूर्ण समाधान भारत की सतत स्थिति रही है। भारत सरकार का मानना है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति का बयान
यूएनजीए के 11वें आपातकालीन सत्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा भारत यूके्रन में फंसे भारतीय नागरिकों की तत्काल निकासी के प्रयास करने के लिए जो कुछ भी कर सकता है। इस महत्वपूर्ण मानवीय आवश्यकता को तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए। मैं यूके्रन के सभी पड़ौसी देशों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमारे नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं खोली और कर्मियों को सुविधाएं दी। हम अपने पड़ौसी और विकासशील देशों के फंसे लोगों की मदद को तैयार हैं।
