
कीव. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग थमने का नाम ही नहीं ले रही है। रूस की ओर से यूक्रेन पर लगाता बमबारी की जा रही है। युद्ध के इस साये में भारतीय छात्र जीने को मजबूर है। वहीं गोलीबारी में कर्नाटक के एक छात्र की भी मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर हमले का आज छठा दिन है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि रूसी सेना कीव और यूक्रेन के उत्तरपूर्वी शहर खारकीव को घेरने की कोशिश की जा रही है। एरेस्टोविच ने एक टेलीविजन में कहा कि रूसी सैनिकों ने कीव, खारकीव और दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में रातभर बमबारी की है। इसके जवाब में यूक्रेन सेना ने राजधानी के आसपास रूसी सैन्य विमानों को मार गिराया है। एरेस्टोविच ने मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में बताया है।
केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह पहुंचे पोलैंड
आपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को यूक्रेन से निकाला जा रहा है। भारत सरकार ने चार केंद्रीय मंत्रियों को इन भारतीय छात्रों की निकासी को लेकर यूक्रेन और उनके आस-पास के देशों में भेजा है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने पोलैंड के वारसा में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में रह रहे 80 भारतीय छात्रों से मुलाकात की है। ये सभी छात्र यके्रन से यहां पहुंचे हैं। अब भारत सरकार इन सभी छात्रों को आपरेशन गंगा के तहत स्वदेश वापस लाएगी।
अमेरिका ने जासूसी के आरोप में 12 रूसी राजनयिकों को निकाला
अमेरिका ने सोमवार को 12 रूसी राजनयिकों को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में देश से निष्कासित कर दिया है। यूएन में अमेरिकी राजदूत की प्रवक्ता ओलिविया डाल्टन ने कहा कि यूएस ने रूसी मिशन को सूचित किया है कि हम रूसी मिशन से 12 खुफिया गुर्गों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं, जिन्होंने जासूसी गतिविधियों में शामिल होकर अमेरिका में निवास के अपने विशेषाधिकारों का दुरुपयोग किया है जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रतिकूल हैं।
रूसी सेना ने क्षेत्रीय राज्य प्रशासन भवन को उड़ाया
खारकीव के सेंट्रेल स्कावयर में मौजूद क्षेत्रीय राज्य प्रशासन भवन को रूसी सेना ने उड़ा दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार इस हमले में छह लोग घायल हुए हैं, जिसमें 1 बच्चा भी शामिल है।
रेडक्रॉस ने यूक्रेन में सहायता के लिए धन की मांग की
रेडक्रॉस एजेंसी ने यूक्रेन में लाखों लोगों को भोजन, पानी और आश्रय प्रदान करने के लिए मंगलवार को 250 मिलियन स्विस फ्रैंक (273 मिलियन डालर) की अपील की है। रेड क्रास ने ये अपील तब की है जब यूक्रेन में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और डर की वजह से लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। बता दें कि रेड क्रास की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आइसीआरसी) और इंटरनेशनल फेडरेशन आफ रेड क्रास और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज दुनिया का बड़ा आपदा राहत नेटवर्क है।
