
चूरू. महिला दिवस पर तारानगर ब्लॉक की बेटियों की सेहत बेहतर बनाने का संदेश देने के लिए तारानगर पंचायत समिति एक अनूठा नवाचार कर रही है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ब्लॉक की करीब पंद्रह हजार बेटियों को स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयोगी सहजन के पौधे वितरित किए जाएंगे। रविवार को तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया, प्रधान संजय कस्वां, बीडीओ संतकुमार मीणा ने इस विशेष अभियान के लिए जारी किए गए पोस्टर का विमोचन किया। इस दौरान वनपाल राजेन्द्र सिंह, रामकुमार सैनी, हरिसिंह बेनीवाल, मुंशी खां, थानाधिकारी गोविंद बिश्नोई, कृषि अधिकारी सविता बुड़ानिया, वनरक्षक सुनील आदि भी मौजूद रहे।
इस मौके पर विधायक बुडानिया ने कहा कि तारानगर पंचायत समिति ने पौधरोपण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर देशभर में पहचान बनाई है। पंचायत समिति का घर-घर सहजन अभियान भी चर्चित व सफल रहा है। अब महिला दिवस पर बेटियों को सहजन के पौधे वितरित करने से हरियाली और पर्यावरण के साथ-साथ बेटियों के स्वास्थ्य की रक्षा का संदेश भी देशभर में जाएगा। उन्हाेंने कहा कि सहजन अनेक बीमारियों में स्वास्थ्य की रक्षा करता है और आमतौर पर महिलाओं में पाए जाने वाली रक्त की कमी, कुपोषण जैसी बीमारियों से दूर रखता है।
प्रधान संजय कस्वां ने बताया कि ‘घर-घर सहजन’ अभियान के लिए वन विभाग की तारानगर व मेघसर नर्सरी में महानरेगा योजना के तहत 1 लाख सहजन के पौधे तैयार किये गये थे, जिनमें से मानसून सत्र में पंचायतों के माध्यम से वितरण की शुरुआत की गई थी। दूसरे चरण में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शहर व ग्रामीण क्षेत्र की सभी बेटियों को उपहार स्वरूप सहजन का पौधा भेंट किया जायेगा।
बीडीओ संत कुमार मीणा ने बताया कि ग्रामीण एवम पंचायत राज विभाग ,वन विभाग तथा शिक्षा विभाग तारानगर के संयुक्त तत्वावधान में उपखंड क्षेत्र में यह सहजन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। तारानगर पंचायत समिति की 33 पंचायतों के विद्यालयों में अध्ययनरत 15000 से अधिक बेटियों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उपहार स्वरूप पौधे भेंट किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि सहजन का वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। यह कुपोषण को रोकने में कारगर है रक्त को साफ रखने के साथ-साथ हीमोग्लोबिन का स्तर बढाता है। पाचन शक्ति को मजबूत करता है तथा शरीर के इम्यून व नर्व सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसके उपयोग से मस्तिष्क स्वस्थ रहता है तथा याददाश्त तेज होती है। इसमें संतरे से सात गुना विटामिन सी, गाजर से चार गुना विटामिन ए, दूध से चार गुना कैल्शियम, केले से तीन गुना पोटेशियम तथा दही से तीन गुना प्रोटीन होता है।
सीबीईओ सुभाष चंद्र ढाका ने बताया कि तारानगर के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में 151 विद्यालयों में 16 हजार 101 बालिकाएं अध्ययनरत हैं। पंचायत मुख्यालय के पीईईओ प्रभारी रहेंगे। प्रत्येक पौधे का रिकॉर्ड संधारित कर बेटियों को पौधे लगाने व उपयोग में लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वे सहजन की उपयोगिता जान सकें।
