
कीव. रूस और यूके्रन के बीच युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। रूस और यूक्रेन दोनों आमने-सामने डटे हुए हैं। रूस लगतार बमबारी कर रहा है। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट किए जाने का अभियान भी जारी है। इधर बेलारूस में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच के सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता हुई। ये वार्ता भी बेनतीजा रही। ये माना जा रहा है कि जल्द ही दोनों देशों में चौथे दौर की वार्ता होगी। कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर वेलेरी जालुजनी के हवाले से बताया कि यूक्रेन के वायु रक्षा बलों ने कीव के ऊपर रूसी विमान को मार गिराया है। यूक्रेन के कीव इंडिपेंडेंट ने जानकारी दी है कि रूसी मेजर जनरल वाइटली गेरासिमोव को खारकीव के करीब मार गिराया है। दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से विशेष सैन्य अभियान की घोषणा के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। इधर भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा भारत ने यूके्रन से सभी निर्दोष नागरिकों, भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की मांग की है। दोनों पक्षों से हमारे आग्रह के बावजूद सूमी में फंसे हमारे छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया।
रूस की पांच शहरों में युद्ध विराम की घोषणा
रूस ने मंगलवार को कीव, चेर्निहाइव, सुमी, खार्किव और मारियुपोल शहरों में मानवीय कारिडोर को खोलने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की है। यूक्रेन में मास्को के समय अनुसार सुबह 10 बजे से युद्ध विराम की घोषणा की है। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा सोमवार को बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई। बैठक में दोनों पक्षों ने नागरिकों को निकालने के मुद्दों पर जोर दिया।
यूएनएससी की बैठक में टीएस तिरुमूर्ति ने कहा
यूएनएससी की बैठक में टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत पहले ही यूके्रन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय सहायता भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं।
रोमानिया से दिल्ली पहुंची स्पेशल फ्लाइट
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर स्पेशल फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली पहुंची। यूके्रन से लौटे एक छात्रा ने बताया कि दूतावास की एडवाइजरी आने के बाद हम खारकीव से निकले और पिसोचिन तक 25 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया।