
नई दिल्ली, एएनआइ. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली। इसके नतीजे भी दस मार्च को घोषित किए गए। वहीं भाजपा ने पांच में से चार राज्यों में जीत हासिल की। वहीं, आम आदमी पार्टी ने पंजाब में दिग्गजों को पराजित कर सत्ता पर काबिज हो गई है। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पांचों राज्यों में करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस की हार को लेकर पार्टी में आवाजें उठने लगी है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के जी-23 समूह के नेताओं की गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक हुई। इस बैठक में जी-23 समूह के नेताओं ने पांच राज्यों में कांग्रेस को मिली करारी हार पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने पार्टी के भविष्य को लेकर अपनी चिंता भी जताई।
जी-23 समूह एक्टिव
दरअसल, पांच राज्यों में कांग्रेस पार्टी की अपमानजनक हार के बाद जी-23 समूह के नेताओं की बैठक हुई है। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान कुछ नेताओं ने सुझाव दिया कि उन्हें आगामी कांग्रेस कार्यसमिति को छोड़ देना चाहिए, क्योंकि बैठक में मुख्यमंत्री, युवा कांग्रेस के नेता और फ्रंट लाइन संगठनों के अध्यक्ष केवल गांधी परिवार की प्रशंसा करते हैं। लेकिन गंभीर मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हैं।
जी-23 समूह का हिस्सा रहे आनंद शर्मा ने क्या कहा,
जी-23 समूह का हिस्सा रहे आनंद शर्मा ने कहा कि विस्तारित बैठक में नेता अगर मुखर होकर बोलते हैं तो कई चापलूस उनका विरोध करते हैं। इसलिए जरूरी है कि बैठक में सिर्फ सीडब्ल्यूसी के लोग ही शामिल हों। अगले कुछ दिनों में जी-23 नेताओं के फिर से मिलने की उम्मीद है।
कांग्रेस को मिली करारी हार
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में कांग्रेस पार्टी को करारी हार मिली है। पंजाब में तो कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी है। उत्तराखंड और गोवा में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल बनकर रह गया है। यूपी में कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों पर ही सिमट कर रह गई है। मणिपुर में कांग्रेस पार्टी को पांच सीटें मिली है।