
नई दिल्ली. लोग भले ही लापरवाह हो गए हों लेकिन कोरोना से जंग अब भी जारी है। सरकारों की ओर से वैक्सीनेशन का काम जोरों पर किया जा रहा है। कोरोना के टेस्ट भले ही कम हो लेकिन अब चौथी लहर का खतरा सिर पर मंडराने लगा है। दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस पर चिंता जताई है। भारत में हालांकि, कोरोना की तीसरी लहर अब थम चुकी है और दैनिक संक्रमण के मामले 3000 से नीचे आ चुके हैं। चीन, हांगकांग, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोरोना के मामलों में पिछले कुछ दिनों में तेज उछाल नजर आ रहा है। ऐसे में सरकार अब अलर्ट मोड पर आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जीनोम सीक्वेंसिंग और कोरोना के मामलों पर पैनी नजर रखने के लिए मुस्तैदी दिखाने का आह्वान किया है।
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया के नेतृत्व में बुधवार को हुई एक रिव्यू मीटिंग में कोविड19 के हालात और देश में टीकाकरण अभियान के संबंध में निर्देश दिए. यही नहीं 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के फैसले पर भी एक बार फिर से विचार किया। हालांकि, इस संबंध में अभी फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है, यानी 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने जा रही हैं।
इस मीटिंग में वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी शामिल थे, जिसमें स्वास्थ्य सचिव, फार्मा सचिव और सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर भी शामिल थे। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, आईसीएमआर के डायरेक्टर-जनरल बलराम भार्गव, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के प्रमुख सुरजीत सिंह और कई अन्य अधिकारी बैठक में मौजूद थे।
