अलवर. केन्द्रीय वन और जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि सरिस्का अभयारण्य में ईको ट्यूरिज्म को बढावा देने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। केन्द्रीय मंत्री यादव ने आज सरिस्का अभयारण्य में पहुंचकर सरिस्का अभयारण्य के संबंध में वन अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सरिस्का अभयारण्य एनसीआर क्षेत्र में स्थित है जिसमें ईको ट्यूरिज्म की अपार संभावनाए हैं, इसको विश्व पटल पर ले जाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभयारण्य की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए वन विभाग स्थानीय नागरिकों से समन्वय स्थापित करें। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा सरिस्का अभयारण्य के विकास के लिए नटनी के बारा से थेक्यू बोर्ड तक एलीवेटेड रोड, पाण्डुपोल मंदिर के टैऊकिंक कंट्रोल, ग्रास बैण्ड डवलपमेंट, रिलोकेशन के लिए राशि के इत्यादि प्रस्ताव वन मंत्री को प्रस्तुत किए गए जिस पर वन मंत्री ने कहा कि इन पर उचित कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर आरएन मीना ने सरिस्का पर प्रजेन्टेशन दिया। इसके पश्चात मंत्री यादव की ओर से सरिस्का का भ्रमण किया गया। इस अवसर पर अलवर विधायक संजय शर्मा, पूर्व मंत्री हेमसिंह भडाणा, पूर्व विधायक रामहेत यादव, जयराम जाटव व बनवारी लाल सिंघल, बलवान सिंह यादव, संजय नरूका, रामकिशन मेघवाल सहित डीजी फोरेस्ट सीपी गोयल, एनटीसीए के सदस्य सचिव एसपी गोयल, प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक राजस्थान अरिन्दम तोमर, डीआईजी एसके वर्मा, उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा एवं श्री एके श्रीवास्तव तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
