(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); पत्नी का शव अस्पताल के फर्श पर पड़ा देखा
रिपोर्ट के मुताबिक बृजेश कुमार की पत्नी का निधन इसी अस्पताल में 3 मई को हुआ था। बृजेश ने बताया कि जब उन्होंने अपनी पत्नी का शव अस्पताल के फर्श पर पड़ा देखा तो हतप्रभ रहा गया। उन्होंने बताया कि पत्नी को मात्र 24 घंटे पहले अस्पताल में भर्ती कराया था। बृजेश ने कहा कि उसे 24 घंटे में एक भी दवा नहीं दी गई। उसकी फाइल जो हमें अस्पताल से मिली थी, वह पूरी तरह से खाली थी। उसमें कुछ भी नहीं लिखा था।
अस्पताल से नहीं मिली कोई प्रतिक्रिया
बृजेश ने बताया कि जब मैंने उसकी स्थिति जानने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों से लड़ाई की और जब मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो मैं वार्ड में घुसा और उसके शव को फर्श पर पाया।
डाटा अपलोड करने में इसलिए हो रही देरी
आंकड़े छिपाने के आरोपों पर अस्पताल के नोडल अधिकारी आईएएस अधिकारी अंशुल सिंह ने बताया हम सीएमओ, जिला प्रशासन और कुंभ मेला प्रशासन को लगातार डेटा दे रहे थे। डेटा अपलोड करने वाले डॉक्टर यूपी के थे और 30 अप्रैल को कुंभ समाप्त होते ही वे अपनी मूल पोस्टिंग पर वापस चले गए। जब तक नए डॉक्टरों को लॉग-इन और अन्य विवरण मिल जाते, तब तक वहां डेटा अपलोड करने में देरी हो रही थी। लेकिन हमने मौतों को कभी नहीं छुपाया। हालांकि इसकी जांच की जा रही है कि डेटा कंट्रोल रूप तक कैसे नहीं पहुंचा। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
