नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में राजस्थान राज्य के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान फाउंडेशन, बीएचएमएस और रूरल नॉन फार्म डेवलपमेंट एजेंसी (रूडा) की पहल पर प्रदेश की रंगारंग संस्कृति, हस्तशिल्प, खानपान और पर्यटन को दर्शाने के लिए इंडिया गेट स्थित बीकानेर हाउस परिसर में 24 मार्च से चल रहे आठ दिवसीय राजस्थान उत्सव मेंले का हस्तशिल्प हाट बाजार जनसमूह के आकर्षण का केन्द्र बन रहा। 31 मार्च तक चलने वाले इस बाजार में अब तक करीब 10 लाख रूपये के हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री हुई। राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि बीकानेर हाउस परिसर में 30 मार्च को राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शाम 6:00 बजे से 8:00 बजे तक रंगारंग राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत करेंगी।

रूडा के ओम प्रकाश ने बताया कि इस हाट बाजार में रूडा, राजसीको, पर्यटन की स्टॉल्स के अतिरिक्त लगभग 44 विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प कलाकारों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं। इनमें से कई कलाकारों को अपनी हस्तशिल्प कला के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर पुरूस्कार भी मिल चुके हैं। ओमप्रकाश ने बताया कि गुरुवार तक चलने वाले इस हाट बाजार में कोटा डोरिया, सांगानेरी प्रिंट, राजस्थानी मोजड़ी, जयपुरी बैंगल्स, मिटटी के बर्तन सहित कलात्मक सामानों और राजस्थानी परिधानों के स्टॉल्स पर दर्शक काफी रूचि दिखा रहे है। उन्होंने बताया कि इस हाट बाजार में आगंतुको के लिए हस्तशिल्प उत्पादों के साथ स्वादिष्ट राजस्थानी खानपान की भी विशेष व्यवस्था की गई है। राजस्थान पर्यटन विभाग के सौजन्य से हाट बाजार के मुख्य द्वार पर राजस्थान की सांस्कृतिक कला का प्रदर्शन करते हुए जहां एक ओर प्रदेश के लोक कलाकारों द्वारा अपनी गायन और नृत्य शैली से आगंतुकों को अपने साथ नाचने के लिए प्रेरित करते है, वहीं दूसरी ओर कठपुतली कलाकार कठपुतली प्रर्दशन से मनोरंजन करते हैं।
उल्लेखनीय है कि 24 मार्च से 31 मार्च तक चलने वाले इस आठ दिवसीय राजस्थान उत्सव का शुभारंभ राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव और प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह ने किया था। इस उत्सव में प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक विभिन्न प्रकार के राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाती है। बीकानेर हाउस परिसर में स्थित चांदनी बाग में प्रतिदिन सांय 6 से 9 बजे रौनक-ए-शाम श्रंखला कार्यक्रमों में प्रसिद्ध लोक कलाकारों, कहानीकारों, भजन गायकों, युवा बैंड समूहों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जा रहा है।
