बीकानेर. इन दिनों जेल की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं। जब जेल की सुरक्षा में लगे जवान ही इसमे सुराख करने लगे तो बात बेहद गंभीर हो जाती है। यहां तैनात बंदी की ओर से जेल में मोबाइल पहुंचाने की बात सामने आई है। आरएएसी जवान ने पांच मोबाइल जेल में फैंक दिए। एक सुरक्षा प्रहरी की मुस्तैदी से मोबाइल पकड़ में आ गए। जेल प्रशासन की ओर से आरएसी जवान के खिलाफ बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया गया है। मोबाइल फैंकने वाले जवान को निलंबित कर बीछवाल पुलिस ने आरएएसी जवान को गिरफ्तार कर लिया। बीछवाल पुलिस के अनुसार जेल की सुरक्षा में आरएसी के जवान तैनात हैं। आरएएसी जवान महेन्द्र बिश्नोई की टावर पर ड्यूटी लगी हुई है। मंगलवार को आरोपी महेन्द्र ने टावर के ऊपर ड्यूटी के दौरान पांच मोबाइल जेल में फेंके थे। तभी एक सुरक्षा प्रहरी को जेल परिसर में कुछ गिरने की आशंका हुई। उसने वह मोबाइल देखे और जेल अधीक्षक व जेलर को इस घटना की जानकारी दी। जेल अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर पांच मोबाइल जब्त कर लिए।
डीजी को दी जानकारी, बाद में थाने में मामला दर्ज
जेल प्रशासन की ओर से आरएएसी जवान की ओर से बंदियों को मोबाइल सप्लाई करने का भंडाफोड़ होने पर जेल महानिदेशक को घटनाक्रम की जानकारी दी। जेल महानिदेशक के निर्देश पर आरएएसी जवान महेन्द्र बिश्नोई के खिलाफ बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया हैा। रिपोर्ट में बताया कि आरएएसी जवान ने बंदियों को मोबाइल सप्लाई कर सुरक्षा में सुराग किया है। जेल में आरएसी जवान ने फेंके पांच मोबाइल व पांच चार्जर जब्त किए हैं। आरएएसी जवान ने जेल में हत्या के मामले में बंद बंदी पवन व रामपाल के लिए मोबाइल उपलब्ध कराए थे। बंदियों को मोबाइल मिलने से पहले ही जब्त कर लिए गए।
आरएएसी जवान निलंबित
जेल में बंदियों को मोबाइल सप्लाई करने के मामले को जेल प्रशासन और आरएएसी अधिकारियों ने गंभीरता से लिया। 13वीं आरएएसी के कमांडेंट लक्ष्मणदास ने मामला पकड़ में आने के बाद जवान महेन्द्र बिश्नोई को निलंबित कर दिया। आरोपी आरएएसी का जवान महेन्द्र पिछले साढ़े तीन माह से में टावर पर ड्यूटी कर रहा था। प्रशासन ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट जेल मुख्यालय को भिजवा दी है। जेल प्रशासन ने एहतिहात के तौर पर जेल की बैरकों का औचक निरीक्षण किया।
जवान गिरफ्तार, पूछताछ जारी
बीछवाल एसएचओ मनोज शर्मा ने बताया कि आरएएसी जवान महेन्द्र बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है,। आरोपी से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। वह कब से बंदियों को मोबाइल व अन्य सामग्री सप्लाई करने का काम कर रहा था। उसके इस काम में और कौन-कौन सहयोग कर रहे थे, इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
