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प्रतीकात्मक |
जयपुर. राजस्थान में कोरोना अब बेकाबू हो चला है। ऐसे में कोरोना से हालत बिगड़ते जा रहे हैं। हर दिन मौत की खबर प्रदेश के कौने- कौने से सुनाई देने लगी है। पिछले सात दिन के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में 1107 लोगों की मौत हुई है। ये आंकड़ा चौंकाने वाला है। अप्रैल में यह आंकड़ा 1421 था। इसमें राहत की खबर ये भी है कि मरीजो की रिकवरी भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। लेकिन चूरू, बाड़मेर, जैसलमेर, हनुमानगढ़ के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रिकवरी के मामले में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, भरतपुर, नागौर में स्थिति धीरे-धीरे बेहतर होती जा रही है। चूरू जिले की यदि बात करें तो 869 केस शुक्रवार को नए आए। रिपोर्ट में चूरू में 150, राजगढ़ तहसील 155, रतनगढ 148, सरदारशहर में 124, सुजानगढ में 126 व तारानगर में 140 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कुल संख्या में 24 दूसरे जिलों के भी शामिल हैं।
फिर बढ़े मामले
पिछले 24 घंटे में 18 हजार231 नए संक्रमित मिले, जबकि रिकॉर्ड 164 लोगों की जान गई। इससे पहले 2 मई को सबसे अधिक 18 हजार 298 मरीज आए थे। उसके बाद तीन दिन तक लगातार नए मरीजों के आंकड़ों में गिरावट आई थी। मगर पिछले दो दिनों से फिर संक्रमित बढऩे लगे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें, तो मई महीना मौत के मामले में डरावना सा नजर आने लगा है। पहली लहर जब सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में थी, इस दौरान कुल 1,264 लोगों की कोरोना से जान गई थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना की दूसरी लहर कितनी खतरनाक साबित हो रही है।
डूंगरपुर में 90त्न रिकवरी
राजस्थान में रिकवरी की रेट देखकर राहत भी नजर आती है। डूंगरपुर 90त्न रिकवरी रेट के साथ टॉप पर है। डूंगरपुर में अब तक 14 हजार 153 लोग पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें 12 हजार 709 लोगों ने कोरोना को मात दी है। इसी तरह, नागौर, भरतपुर में भी स्थिति बेहतर है। सबसे बड़ी राहत की बात प्रमुख हॉटस्पॉट जिलों में शामिल कोटा से है, यहां रिकवरी रेट 85 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
यहां के हालात चिंताजनक
रिकवरी के मामले में सवाईमाधोपुर की स्थिति चिंताजनक है। राज्य में सबसे कम 40 प्रतिशत रिकवरी सवाईमाधोपुर जिले की है। यहां अब तक 8 हजार 381 मरीज मिले हैं, जिसमें 3 हजार 362 मरीज ठीक हुए हैं। जैसलमेर, हनुमानगढ़ और चूरू में भी स्थिति खराब है, जहां रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से भी कम है।
उदयपुर में वैक्सीन की किल्लत
उदयपुर में वैक्सीन की डोज खत्म होने के कगार पर है। यहां शनिवार को सिर्फ 18 से 44 साल की उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है। आरसीएचओ डॉ. अशोक आदित्य की मानें, तो जिले में केवल इतनी ही डोज बची है कि शनिवार को इस उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन हो सकता है।
