चितौडगढ़. इंदिरा प्रिर्यदर्शिनी ऑडिटोरियम में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से गुरूवार को राजीविका समूह संबल संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। संवाद से पहले ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाई गई उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ने महिलाओं द्वारा बनाई गए उत्पादों की सराहना करते हुए महिलाओं का उत्साह बढ़ाया। संवाद कार्यक्रम के दौरान समूह की महिलाओं ने मीणा के समक्ष अपनी सफलता की कहानी को साझा किया। जिससे और महिलाओं को भी राजीविका योजना से जुडऩे की प्रेरणा मिली सके। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेशचंद मीना ने योजनाओं में कमजोर प्रगति को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को योजनाओं में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब तक महिलाएं आर्थिक दृष्टि से मजबूत नहीं होगी जब तक प्रदेश विकास नहीं कर सकता हैं। इसलिए इस योजना का महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत किया जाए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अधिक से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ मिले।

इसके लिए इस योजना के प्रति महिलाएं को जागरूक होना जरूरी है। जिससे महिलाएं अधिक से अधिक इस योजना का लाभ ले सके। उन्होंने बताया कि महिलाओं की आर्थिक उन्नति के लिए सरकार हाट बाजार लगाने की भी योजना बना रही है। जिसमें महिलाओं के उत्पादों के लिए एक प्लेटफार्म मिल सकेगा। इससे उनकी आय बढ़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाएं और लोगों को सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में महिलाओं के लिए अलग एक बैंक बनाने की घोषणा की है। जिससे महिलाओं को ऋण मिलने में आसानी होगी। कार्यक्रम में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी, ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव डॉ के.के. पाठक, सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं सहायता समूह की महिलाओं ने हिस्सा लिया।
