नई दिल्ली. योगी सरकार को पंचायत चुनाव में मथुरा व अयोध्या में तगड़ा झटका लगा है। क्योंकि अयोध्या में भाजपा 40 में से केवल 6 सीटों पर जीत हासिल कर सकी है। योगी के गृह नगर गोरखपुर में भी सपा ने जोरदार टक्कर दी है। लेकिन मथुरा में भी भाजपा की किरकिरी हुई है। यहां पर भाजपा को 33 में से केवल 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। आपको बता दें कि अयोध्या में पंचायत चुनाव में सपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। सपा को 40 में से 24 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि बसपा केवल 5 सीटें ही जीत सकी। गौरतलब है कि मथुरा में बीएसपी का बोलबाला रहा। मायावती की बीएसपी को सबसे ज्यादा 13 सीटें मिलीं। वहीं आरएलडी और समाजवादी पार्टी को एक-एक सीट मिली।
गोरखपुर की बात करें तो भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों को ही 20-20 सीटों पर विजय मिली। 23 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना परचम लहराया। यहां पर आम आदमी के प्रत्याशी ने खाता खोल दिया। निषाद पार्टी ने भी एक सीट पर जीत दर्ज की है। आपकों बता दें कि पंचायत के चुनावों में किसी पार्टी के निशान पर चुनाव नहीं लड़ा जाता है। खड़े होने वाले उम्मीदवारों को राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त होता है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने कहा, यह पार्टी की विचारधारा और नीतियों की जीत है। पार्टी ने अयोध्या में केवल 24 सीटों पर जीत ही नहीं हासिल की बल्कि 90 प्रतिशत जिलों में आगे थी। धार्मिक नगरियों में इस तरह की स्थिति भाजपा के लिए चिंता का कारण हो सकती है। विधानसभा चुनाव में इन शहरों में भाजपा को जोरदार समर्थन हासिल हुआ था।
