चूरू. पुलिस की छवि हमेशा दागदार ही रही है, लेकिन पुलिस कुछ ऐसे काम जो उस छवि को धूमिल कर देते हैं। ऐसा ही एक काम राजस्थान के चूरू जिले में जिला मुख्यालय पर देखने को मिला है। पुलिस ने राहगीरों की परेशानी को मिटाने के लिए खुद ने सड़क पर बने गढडों को भरकर समाज के सामने अपनी अलग ही पहचान छोड़ी है। ये काम भी ऐसी परिस्थिति में किया है जब चूरू में पारा आग उगल रहा है। ये काम सार्वजनिक निर्माण विभाग या नगरपालिका के कर्मचारियों का नहीं बल्कि हमारी पुलिस का है। जिन्होंने अनूठी मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार चूरू ओम कॉलोनी के पास रेलवे फाटक है। यहां पर टे्रनों के आवागमन के कारण फाटक अमूमन बंद रहता है। जिस कारण कई बार जाम की स्थिति हो जाती है। इस स्थिति से निपटने के लिए यातायात पुलिस ने यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए बैरीकेट लगाए।

यही नहीं इसी मार्ग पर काफी संख्या में बड़े गढ्डे भी हैं। जब पुलिस ने इनको देखा तो उनसे रहा नहीं गया। यातायात प्रभारी जगदीश सिंह ने यातायात टीम के सदस्यों के साथ चर्चा की। इन गढडों में पत्थर इंट डालकर उन्हे भरा और सड़क के बराबर लेवल में किया। देखते ही देखते ये गढडे भर गए। जब आमजन ने पुलिस के इस मानवीय पहलू को देखा तो हर कोई उनकी प्रशंसा करता हुआ नजर आया। सभी ने चूरू पुलिस को सलाम करते हुए कहा कि आप ही के कारण तो व्यवस्थाएं अच्छी है। इस संबंध में सीओ सिटी ममता सारस्वत ने बताया कि 15 दिन तक अस्थाई रूप से बैरिकेट्स को अस्थाई रूप से लगाया गया है। जिसके बाद जिला प्रशासन को यहां स्थाई रूप से डिवाइडर बनाने के लिए लिखा जाएगा ताकि आमजन को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

कोरोनाकाल में भी पुलिस ने किया बेहतर काम
ये तो सभी को ज्ञात है कि बीते दो साल कोरोना की लहर से ग्रसित थे। जहां पूरी दूनिया कोरोना की चपेट में थी। वहीं यही पुलिस सड़कों पर विकट परिस्थितियों में काम करते हुए आमजन की सुरक्षा के लिए डटी हुई थी। किसी ने मास्क बांटे तो किसी ने गाना गाकर लोगो का मनोरंजन किया। दिन रात लोगों की सुरक्षा में पुलिस जुटी रही। इसके अलावा हाल ही में करौली हुए दंगे मेंं भी एक पुलिस कर्मी ने एक मां और मासूम सी बेटी को गोदी में लेकर उनकी जान बचाकर ऐसा संदेश किया की हर कोई इस वर्दी का कायल हो गया। इसलिए तो कहते हैं कि इस वर्दी के पीछे भी एक मानवीय चेहरा छीपा है जो समाज का अभिन्न हिस्सा है। आज चूरू में पुलिस ने सड़क पर काम करके ही कुछ ऐसा संदेश दिया। जिसकी चारों ओर प्रशंसा हो रही है।
