जयपुर. प्रदेश की राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में प्रशिक्षणार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए जाएंगे। संस्थानों की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए कौशल दर्पण एप बनाया जाएगा। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना की अध्यक्षता में बुधवार को यहां शासन सचिवालय में राजस्थान व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद् (आरसीवीईटी) गवर्निंग बॉडी की बैठक में इन प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया।
अशोक चांदना ने कहा कि स्मार्ट क्लास रूम दूरस्थ इलाकों तक उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट पहुंचाने का अच्छा जरिया है। उन्होंने इन क्लास रूम्स को सभी आधुनिक सुविधाओं से लेस करने के साथ ऐसे बनाने के निर्देश दिए जहां विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ व्याख्याताओं से पढऩे का अवसर मिले और इंटरेक्टिव सेशन के माध्यम से सवाल-जवाब कर अपनी जिज्ञासा शांत कर सकें। चांदना ने मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार के रूप में टूल किट देकर प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों में स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा विकसित करने के लिए ट्रेड वाइज तकनीकी प्रतिस्पर्धाएं और विभिन्न स्तर पर वार्षिक खेल प्रतियोगिताएं शुरू करने के निर्देश दिए। शासन सचिव डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि पहले चरण में चार या इससे अधिक ट्रेड संचालन वाले 118 संस्थानों में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए जाएंगे। दूसरे चरण में शेष सभी आईटीआई को कवर किया जाएगा।
बैठक में सभी राजकीय और निजी आईटीआई की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए स्कूल शिक्षा में कार्यरत शाला दर्पण की तर्ज पर कौशल दर्पण एप बनाने का अनुमोदन किया गया, जिसमें पूर्व संचालित सभी मॉड्यूल का भी समावेश किया जाएगा। राज्य के 109 राजकीय आईटीआई में सोलर ट्रेनिंग मोड्यूल के साथ स्थापित हो रहे स्माल सोलर प्लांट की समीक्षा के बाद शेष सभी आईटीआई में सोलर प्लांट लगाने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में श्रम विभाग के आयुक्त अंतर सिंह नेहरा, निदेशक (प्रशिक्षण) एनके गुप्ता, निदेशक (आरसीवीईटी) एके आनन्द, प्रमुख श्रमिक संघों के प्रतिनिधि जितेन्द्र राठी एवं मनोनीत गैर सरकारी सदस्य श्री राजेश गुर्जर सहित वित्त एवं उद्योग विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
