नई दिल्ली, एएनआई. उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आज आखिरी दिन है। बीते दो दिनों में परिवारवाद, संगठन में महत्व आदि को लेकर चर्चा की गई और कई अहम फैसले भी लिए गए। इस शिविर के आखिरी दिन आज रविवार को राहुल गांधी संबोधित करेंगे। इस चिंतन शिविर में पार्टी ने अपने में कुछ बड़े बदलाव करने की जो बात कही है, उससे जुड़े सभी मसौदों को आज अंतिम मुहर लगाई जाएगी। पांच राज्यों में पार्टी को मिली करारी हार के बाद ये चिंतन शिविर आयोजित किया गया है। इस चिंतन शिविर में पार्टी को उन कारणों को जानना था जिसके कारण उसको करारी हार का सामना करना पड़ा। शिविर की आखिरी घोषणा को तैयार करने के मकसद से पार्टी ने एक छह सदस्य कमेटी बनाई है। ये कमेटी पार्टी के लिए वर्ष 2024 में होने वाले चुनाव के लिए रोडमैप तैयार करेगी। शिविर करीब नौ वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया है। इसमें पार्टी के 430 नेताओं ने हिस्सा लिया और एक छह सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव को चर्चा के लिए छह समितियों के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेजा जाएगा। इन प्रस्तावों में विभिन्न मुद्दों का जिक्र किया है जिसमें, किसान-कृषि, युवा-संबंधी मुद्दे, सामाजिक न्याय और कल्याण और अर्थव्यवस्था शामिल है। इन सभी मुद्दों पर सीडब्ल्यूसी की बैठक में चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस चिंतन शिविर में शामिल मुख्य मुद्दों में संगठन में युवाओं, एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण पर विचार, वन फैमिली वन टिकट का फॉर्मूला, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई आंतरिक चुनाव, किसानों को एमएसपी की गारंटी और संसदीय दल बोर्ड का गठन करना भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक सीडब्ल्यूसी कुछ चौंकाने वाले फैसले ले सकती है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साफ कहा है कि पार्टी को सुधारों की सख्त जरूरत है और इसके काम करने के तरीके में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट रूप से ये भी कहा है कि पार्टी ने नेताओं को बहुत कुछ दिया है और अब उसको चुकाने की बारी उनकी है।
