अगरतला, एएनआइ. भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब के त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा आज रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। माणिक का शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11:30 बजे राजभवन में होगा। देब के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद 69 वर्षीय डॉ साहा को भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में नामित किया गया था। वह त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। उनसे साथ उनकी कैबिनेट मंत्री भी आज ही शपथ लेंगे। साहा जिन्हें भाजपा ने त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना है वह राज्यसभा से पार्टी के सांसद भी हैं। भाजपा अपने नए सीएम से पूर्वोत्तर राज्य में बहुकोणीय मुकाबले के बीच विधानसभा चुनावों में पार्टी को जीत की ओर ले जाने की उम्मीद करेगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस भी एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। अचानक हुए इस राजनीतिक उठापटक से राज्य के लोग आश्चर्यचकित हैं।
2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए
साहा 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्हें 2020 में पार्टी प्रमुख बनाया और इस साल ही वे मार्च में राज्यसभा के लिए चुने गए। दूसरी और पूर्व सीएम बन चुके बिप्लब कुमार देब ने राज्य में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 25 साल के शासन को समाप्त करते हुए 2018 में त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
इस्तीफे से पहले शाह और नड्डा से मिले बिप्लब
बता दें कि अपना इस्तीफा देने से पहले बिप्लब देब ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस्तीफा देने के बाद बिप्लव ने कहा कि पार्टी सबसे ऊपर है और मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैंने सभी जिम्मेदारियों के साथ न्याय किया जो मुझे दी गई। बिप्लव ने कहा कि अब में राज्य में पार्टी की मजबूती के लिए काम करूंगा।
भाजपा ने एक साल में बदले 4 राज्यों के मुख्यमंत्री
भाजपा ने पिछले एक साल के अंतर्गत 4 राज्यों के मुख्यमंत्री बदले हैं। जुलाई 2021 में पार्टी ने तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया था। वहीं उसी महीने कर्नाटक के सीएम बीएस येदुरप्पा को इस्तीफा दिलाकर बसव राज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद सितंबर में पार्टी ने विजय रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया था। अब त्रिपुरा में यह बदलाव किया गया है।
