जयपुर. राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) की ओर से यहां टोंक रोड स्थित एक होटल में आयोजित सीएक्सओ कॉन्कलेव में युवाओं को इंडस्ट्री की मांग अनुरूप ट्रेंड कर रोजगार के बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने पर मंथन हुआ। मुख्य अतिथि कौशल, उद्यमिता एवं नियोजन राज्य मंत्री अशोक चांदना ने बेरोजगारी को गंभीर समस्या बताते हुए कहा कि इसका समाधान युवाओं को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कर ही किया जा सकता है। हमें उद्योगों के लिए उनके स्तर का प्रशिक्षित यूथ तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार परक बनाने के लिए कई कदम उठा रही है और भविष्य में भी अच्छे सुझावों को शामिल करते हुए उन्हें स्वरोजगार योग्य बनाने और उद्योगों की जरूरत के अनुरूप योजना तैयार की जाएगी।
आरएसएलडीसी अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. आरूषी मलिक ने प्रदेश में मौजूद बड़े कार्य बल को ताकत बताते हुए युवाओं को ट्रेंड कर सही दिशा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को ज्यादा प्रतिस्पद्र्धी बनाने के लिए राजस्थान स्किल्स प्रतियोगिता कराने पर भी विचार किया जा रहा है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में ऑटोमोटिव, रिटेल, स्वास्थ्य एवं लोजिस्टिक्स पर तकनीकी सत्र आयोजित हुए। इस दौरान विभिन्न उद्योगों, क्षेत्रीय कौशल परिषद्, प्रशिक्षण प्रदाता, उद्योग संघ और कौशल विकास से संबंधित अन्य हितधारकों ने पैनल डिस्कस में भाग लेते हुए अपनी जरूरतों से अवगत कराया और उसी के अनुरूप पाठ्यक्रमों में वांछित बदलाव करने के सुझाव दिए। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को इंडस्ट्री से कनेक्ट करने और युवाओं को ऑन जॉब ट्रेनिंग कराकर व्यावहारिक ज्ञान देने पर बल दिया। राज्य मंत्री चांदना एवं अन्य अतिथियों ने अनाम्बिका जोशी एवं अशोक वर्मा को स्कील आइकन के रूप में सम्मानित किया और प्रशिक्षण पूरा करने वाले 7 अभ्यर्थियों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी के ऑफर लेटर सौंपे।
