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अस्पताल में सिलेण्डर की मांग कर रहे व्यक्ति को डांटते केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल(फोटो स्क्रीनशॉट टविटर @gouramit) |
मध्यप्रदेश. पूरे देश में कोरोना महामहारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। वहीं सियासी अखाड़े के जिम्मेदारों का असंवेदनशील चेेहरा भी सामने आने लगा है। ये एक ऐसा दौर है कि संकट की स्थिति में एक दूसरे का दुख-दर्द बांटा जाना चाहिए लेकिन केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान ने सारी हदें ही पार कर दी है। उनका बयान मीडिया जगत में भले ही सुर्खियां बटोर रहा हो लेकिन केन्द्र सरकार के नुमाईंदों का असली चेहरा अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है। मामला ऑक्सीजन सिलेण्डर से जुड़ा है। जिसमें एक पीडि़त व्यक्ति रोते हुए केन्द्रीय मंत्री के सामने ऑक्सीजन सिलेंडर की शिकायत कर रहा है। इस पर माननीय का बयान की गुहार लगाते एक व्यक्ति ने शिकायत की तो केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने उसे झिड़कते हुए कहा कि ऐसा करेगा तो दो खाएगा। ये घटना मध्य प्रदेश के दामोह अस्पताल की है। दरअसल, दामोह से सांसद प्रहलाद पटेल अस्पताल के दौरे पर थे। एक व्यक्ति अस्पताल के बाहर खड़ा होकर अपनी मां के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए गुहार लगा रहा था। इसी दौरान वहां केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी पहुंच गए। व्यक्ति ने जब अपनी बात कही तो मंत्री ने उसे डांटना शुरू कर दिया। बाद में उनका रवैया कुछ बदला और बोले जिस चीज की जरूरत होगी। वो ही मिलेगी। उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिस पर लोगों ने जमकर भड़ास निकाली है। प्रभाशंकर मिश्रा ने ट्वीट कर कहा-और नही तो क्या, जनता ऑक्सिजन कैसे मांग सकती है महाशय से। महाशय ज्यादा गुरुर शोभा नहीं देता। एक दिन यही जनता भाषा आपको भी सिखाएगी। एक अन्य यूजर ने लिखा-खाने खिलाने का तो हिंदुस्तान में चलन है। अब वो खुलकर सामने आ रहा है।
\”ऐसे करेगा तो 2 खायेगा\” – केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल pic.twitter.com/mHqchJvBvQ
— amit kumar gour (@gouramit) April 22, 2021
उमा शंकर ने लिखा- साहेब ने मंत्री भी वैसे चुने हैं जो जानता है कि जीतना तो मोदी-मोदी करके है तो पब्लिक का कैसा डर! सारे मिनिस्टर तो साहेब के मोहरे हैं। जिनका अपना कोई वजूद नही है, इसलिए अपने गुस्से को 2024 तक संभाल के रखिए। सत्येंद्र गुप्ता ने लिखा- थोड़ा फेमस करो इनको। तभी ये मानने वाले हैं।
मंत्रियों का पता ठिकाना नहीं
गौरतलब है कि देश में कोरोना एकदम चरम पर है। अस्पतालों में भीड़ है। लोग बेड और ऑक्सीजन के लिए तरस रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य प्रबंधन के नाम पर धरातल पर कुछ नजर नहीं आता है। वहीं पीएम मोदी और अमित शाह बंगाल में चुनाव जीतने में लगे हैं तो बाकी मंत्रियों का पता ठिकाना नहीं मिल रहा। सरकार का इस तरह का असंवेदनशील चेहरा पहली बार देखने को मिला है। बीजेपी के नेता टीवी पर आकर यह समझा रहे हैंं कि कांग्रेस किस कदर गंदी राजनीति कर रही है। बेशर्मी की हद तब हो जाती है जब केंद्र पर सवाल उठाने वाले लोगों से ये प्रवक्ता लडऩे पर उतारू हो जाते हैं। एक प्रवक्ता से जब बंगाल चुनाव में मोदी की सक्रियता को लेकर पिछले दिनों सवाल किया तो उनका कहना था कि पीएम पर सवाल मत उठाइये। उनके दिल में देश के लोगों के लिए बहुत सारा दर्द है। लेकिन लोग मर रहे हैं तो सवाल तो पूछेंगे ही कि सरकार है तो कहां?,
