कोलकाता. कोरोना संक्रमण के इस दौर में सारे नियमों को ताक पर पश्चिम बंगाल में जिस तरह से सियासी दावपेच खेले जा रहे है। उसका असर सीधे तौर पर चुनाव बाद में नजर आएगा। राजनीतिक दलों की ओर से बड़ी रैलियां की गई। कोरोना गाइड लाइन का ध्यान नहीं रखा गया। अब पश्चिम बंगाल क विधानसभा चुनाव धीरे-धीरे अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान तरकस से बयानों के तीरों का निकलना जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के जुबानी हमलों के बीच सीएम ममता बनर्जी ने भी बयानी हमला बोल दिया। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि दिल्ली के दो गुंडों के आगे बंगाल आत्मसमर्पण नहीं करेगा। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर में गुरुवार को चुनावी सभा के दौरान ममता बनर्जी ने कहा, \’मैं खिलाड़ी नहीं हूं लेकिन यह जानती हूं कि खेला कैसे जाता है। पहले में लोकसभा में सबसे अच्छी खिलाड़ी थी। उन्होंने कहा, \’हमारा बंगाल दिल्ली के दो गुंडों के आगे समर्पण नहीं करेगा।
भाजपा शुरू से हमलावर
पश्चिम बंगाल के चुनाव की शुरुआत से ही एक-दूसरे पर हमले का सिलसिला जारी है। पीएम मोदी, अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी लगातार भ्रष्टाचार, विकास, हिंसा जैसे मुद्दों को लेकर \’दीदीÓ पर हमलावर है। ममता भी पैरों पर प्लास्टर बांध वीलचेयर पर बैठ लगातार चुनाव प्रचार में लगतार डटी हुई है। वे भी सभाओं में भाजपा को आड़े हाथों लेने से नहीं चूक रही।
चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांच चरण पुरे हो चुके हैं। 22 अप्रैल को छठे चरण के चुनाव में को 43 विधानसभा क्षेत्रों में हुए। एक करोड़ से अधिक मतदाता 306 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
