नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को आज यानी मंगलवार को पेश किया जाएगा। जैन को ईडी ने कोलकाता स्थित कंपनी से जुड़े हवाला के लेन-देन के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया था। जैन को ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को कुछ घंटों की पूछताछ की। इसके बाद उन्हे धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में ले लिया। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई गिरफ्तारी से भाजपा व कांग्रेस को आम आदमी पार्टी (आप) को घेरने का मौका मिल गया है। दोनों पार्टियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जैन को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा है कि पिछले आठ साल से जैन के खिलाफ फर्जी केस चलाया जा रहा है और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी जैन को वहां हार के डर से गिरफ्तार किया है।
केजरीवाल पर मनोज तिवारी ने साधा निशाना
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल दुनिया को ईमानदारी सिखाने चले हैं और उनका मंत्री हवाला कारोबारी बन गया है। पूरे साक्ष्य के साथ उन्हें गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री व जैन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। इससे पहले जनवरी माह में सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने की बात सामने आई थी। तब उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लिया था। गिरफ्तारी पर उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा को लगता है कि हम भी पंजाब के मुख्यमंत्री की तरह चन्नी जी की तरह डर जाएंगे तो वो गलत हैं। मैं चुनौती देता हूं भाजपा को कि वह ईडी के साथ-साथ सीबीआई, इनकम टैक्स सबको भेज दें, हम किसी से नहीं डरते।
इसी मामले में इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया था। उन्होंने पंजाब से चुनाव प्रचार के बाद लौटते ही केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हमें सूत्रों से पता चला है कि भाजपा सरकार हमारे स्वास्थ्य मंत्री को गिरफ्तार करवा सकती है। सीएम ने अपने डिजिटल प्रेसवार्ता में कहा कि यह गिरफ्तारी पांच राज्यों में चुनावों के मद्देनजर हो सकती है। हालांकि सत्येंद्र जैन ने भी अपनी गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया था। अब तीन माह का समय बीत जाने के बाद फिर से ये बात सामने आई है कि सत्येंद्र जैन को ईडी ने गिरफ्तार किया है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान ये भी कहा था कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए केंद्र उनके नेताओं को गिरफ्तार कर सकती है।
