दिल्ली. दिग्गज नेता और सोनिया गांधी के करीबी नेता अजय माकन को राज्यसभा चुनाव में हारने से बड़ा झटका लग गया है। कड़े मुकाबले में शनिवार तड़के 2 बजकर 24 मिनट पर निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा की जीत घोषित की गई। इसको लेकर बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय सिंह यादव ने इशारों-इशारों में कांग्रेस आलाकमान पर हमला बोल दिया है।
इसके साथ ये भी तय हो गया कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग जोरदार खेल हो गया, जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को हरा दिया। इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को 30 वोट मिले, जबकि एक वोट निरस्त हो गया। ऐसे उनके 29 वोट ही कांउट हुए। जानकारी मिली है कि निरस्त वोट कांग्रेसी विधायक का है। कुल मिलाकर यह वोट अजय माकन में मिल जाता तो वह चुनाव जीत जाते।
राज्यसभा में हार के बाद नाराज हरियाणा के कांग्रेस नेताओं का गुस्सा फूट गया। कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय चेयरमैन और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय यादव ने ट्वीट कर कहा कि जब पार्टी बड़े नेताओं के बेटों को बिना संघर्ष किए हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी का मेंबर बना देगी और उनको राज्यसभा में भेज देगी तो वह पार्टी की विचारधारा को भूलकर केवल अपनी व्यक्तिगत स्वार्थ की राजनीति करेंगे। यह बात पार्टी हाईकमान को समझनी पड़ेगी। कैप्टन के इस ट्वीट को सीधे तौर पर दीपेंद्र हुड्डा पर तंज माना जा रहा है।
यूं हुआ कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद
बैलेट पेपर पर कांग्रेस अजय माकन के नाम के आगे (। ) लगाना था लेकिन एक विधायक अजय माकन के नाम के आगे (? ) का चिन्ह बना आए। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार यह चिन्ह वर्जित था। इस वजह से कांग्रेस का एक वोट रद्द हो गया। चूंकि वोट डालने से पहले इस विधायक ने बैलेट पेपर अपनी पार्टी के अधिकृत एजेंट विवेक बंसल को दिखाया था, इसलिए इसमें विवेक बंसल की भी गलती रही कि वह यह गलती नहीं पकड़ पाए। अब सवाल ये उठता है कि रायपुर में तीन दिन में चार बार कांग्रेस विधायकों ने वोट डालने की रिहर्सल की थी, फिर भी यह चूक हुई है तो इसे पार्टी स्तर पर विधायक की जानबूझकर की गई गलती माना जाएगा। विवेक बंसल भी ऐसे विधायक का नाम याद करके पार्टी नेतृत्व को बता सकते हैं।
