जयपुर. मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने सौर कृषि आजीविका योजना (स्काय) के अन्र्तगत 1 लाख सौलर पम्प स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती शर्मा यहां सचिवालय स्थित कक्ष में प्रधानमंत्री कुसुम-कंपोनेंट सी (फीडर लेवल सौलराईजेशन) के तहत स्काय योजना पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। श्रीमती शर्मा ने सौलर उर्जा को प्रोत्साहन देने के संबंध में डिस्कॉम्स के अधिकारियों को विस्तृत निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सौलर उर्जा का निर्माण महंगी आवश्यकता है और उपभोक्ताओं को सौलर उर्जा का अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए।
स्काय योजना की प्रशंसा करते हुए उन्होंने डिस्कॉम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फीडर लेवल सौलराईजेशन योजना के तहत 1 लाख सौलर पंप स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए 33/11 केवी जीएसएस की प्रस्तावित संख्या को 80 से ओर अधिक बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं। बैठक में उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री भास्कर आत्माराम सावंत ने एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि प्रस्तावित स्काय योजना के क्रियान्वयन के लिए एक पोर्टल शीघ्र शुरू किया जाएगा।
पोर्टल के माध्यम पंजीकरण कर किसान अपनी जमीन को जीएसएस स्थापित करने के लिए 25 साल तक के लिए लीज किराए पर दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से इच्छुक विकासकर्ता भी जमीन का चयन कर सकेंगे और सौलर उर्जा प्लांट का निर्माण कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि टोंक में एक पायजट प्रोजेक्ट के तहत 4.24 मेगा वॉट का कार्य अवार्ड किया गया है जिसके तहत 656 किसानों की सोलर उर्जा मिलेगी।
स्काय योजना के प्रमुख फीचर्स
-किसान को जमीन के लिए आकर्षक लीज मनी दी जाएगी
-किसानों को आठ लाख तक की जमीन (डीएलसी रेट के अनुसार) पर 80 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर वार्षिक लीज किराया
-20 लाख से अधिक की जमीन पर 1 लाख 60 हजार तक का प्रति हेक्टेयर लीज किराया
-हर दो साल में लीज किराया में 5 प्रतिशत वृद्धि
