नई दिल्ली. गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी को राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या की जांच करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को क्षेत्र में दिनदहाड़े दो लोगों ने कथित तौर पर सिर काटकर हत्या कर दी थी। देश में लोगों को झकझोर देने वाली घटना के एक दिन बाद गृह मंत्रालय कार्यालय ने ट्विटर पर यह घोषणा की। गृह मंत्रालय ने ट्वीट किया एमएचए ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को उदयपुर, राजस्थान में कल हुई कन्हैयालाल तेली की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। ट्वीट में एचएमओ ने यह भी उल्लेख किया है कि किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय लिंक की संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी। एनआईए की एक टीम को मंगलवार को एक उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रैंक के अधिकारी सहित उदयपुर ले जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीम गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करेगी।
पाकिस्तान से जुड़े हैं हत्या के तार
दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या की जांच में अब तक जो खुलासे हुए हैं वे बेहद चौंकाने वाले है। इस हत्याकांड के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों का कनेक्शन काराची के सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से सामने आया है। इसका पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी है। जांच से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है। घटना उदयपुर के मालदास इलाके की है। पुलिस ने कहा कि अपराध करने के तुरंत बाद, दोनों आरोपियों ने सिर काटे जाने का दावा करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने सख्ती दिखाई है।
