जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों और प्रदेशवासियों से शांति बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की। उन्होंंने कहा कि राजस्थान साम्प्रदायिक सौहार्द और शांतिपूर्ण प्रदेश रहा है। यहां की गौरवशाली सांझी परम्परा को कायम रखना हम सभी की अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना धार्मिक नहीं, बल्कि आतंकी घटना है। अपराधियों के तार गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से मिले है। राज्य सरकार द्वारा बिना विलंब अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी। हम सभी को एकजुट होकर शांतिपूर्वक तरीके से ऐसी घटनाओं की निंदा करनी चाहिए। गहलोत बुधवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तनावपूर्ण माहौल में दलों को राजनैतिक विचारधारा को छोड़कर समाज में शांति एवं भाईचारा कायम रखने के प्रयास कराने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल में भी सभी दलों ने एक साथ आगे आकर गंभीर हालात से लडऩे के लिए प्रयास किए थे। धर्मगुरूओं, राजनैतिक दलों, विभिन्न समाजसेवी संगठनों के साथ-साथ आमजन ने भी सहयोग किया था। उन्होंने कहा कि आज फिर से हमें उसी तरह एक साथ आगे आकर भय और आतंक फैलाने वाले अपराधियों से लड़ाई लडऩी है। आमजन को अपराधियों तथा धमकियों से डरऩे की जरूरत नहीं है, राज्य सरकार हर स्थिति में उनके साथ खड़ी है। गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मामला दर्ज किया है। जांच में राजस्थान एसओजी और एटीएस पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने राजस्थान पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि पुलिस टीम ने त्वरित गिरफ्तारी कर उदाहरण पेश किया है। उन्होंने भीम में पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की घटना की निंदा की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि जिस तरह पोक्सो एक्ट के कई प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को सजा दिलाई, उसी तरह उदयपुर सहित अन्य मामलों में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतक श्री कन्हैयालाल के परिवार के साथ पूरे प्रदेशवासी खड़े है। आश्रित परिवार को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
शांति बनाए रखने में राजस्थान बन रहा उदाहरण
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि दलों के प्रतिनिधि अपने बूथ लेवल कार्यकताओं को शांति बनाए रखने का संदेश दे। हम सभी को शांति कायम कर देश में राजस्थान का उदाहरण पेश करना चाहिए। उन्होंने साइबर क्राइम रोकने, सोशल मीडिया पर कंटेंट पर निगरानी रखने और मजबूत साइबर इंटेलिजेंस व्यवस्था बनाने का सुझाव दिया। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अमानवीय घटना में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। अब प्रदेशवासी संकल्पबद्ध होकर राज्य की सौहार्दपूर्ण विरासत को सहेजने के लिए आगे आए। राजनैतिक दलों का दायित्व है कि ?से समय में राजनीति नहीं करें, सरकार के साथ मजबूती और मुस्तैदी के साथ खड़े रहें।
शांति कायम रखें, अपराधियों को मिलेगी कठोर सजा
गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने प्रदेशवासियों से शांति कायम रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों को एकजुट होकर प्रदेशवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करनी चाहिए। उदयपुर घटना में शामिल सभी अपराधियों को कठोर सजा दिलवाई जाएगी। राष्ट्रीय लोकदल के प्रतिनिधि व तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि इस आंतकी घटना को किसी भी जाति, धर्म या समुदाय से जोड़कर ना देखा जाए। प्रदेश में पहली बार ?सी घटना हुई है। राजनैतिक दलों का दायित्व बनता है कि ?सी स्थिति में राज्य सरकार के साथ मिलकर एकजुटता का संदेश दें। सीपीआई (एम) के प्रतिनिधि श्री बलवान पूनिया ने कहा कि पार्टी आतंकी हरकत की कड़ी निंदा करती है। संविधान को कुचलने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
सभी दलों का रहेगा सहयोग
भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि व पूर्व मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की है। सरकार को इन्हें शीघ्र सजा दिलाकर राजस्थान को मॉडल स्टेट बनाने के प्रयास करने चाहिए, तभी प्रदेश में अपराध रूकेगा। इसमें सभी दलों का सहयोग रहेगा। विधायक श्री संयम लोढ़ा ने कहा कि घटना के तुरंत बाद सरकार ने एसआईटी गठित की। राजस्थान पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें घटनाओं की उत्पत्ति को रोकना होगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर भाईचारे का संदेश देने की अपील की। विधायक राजकुमार गौड़ ने मामले की घोर निंदा करने के साथ राजस्थान पुलिस टीम का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि घटना के दूसरे दिन प्रदेश में शांति बनी रही। आगे भी हम सभी को जिम्मेदारी निभाते हुए शांति बनाए रखनी है।
साम्प्रदायिक उन्माद को रोकना सभी की जिम्मेदारी
किसान महापंचायत के प्रतिनिधि रामपाल जाट ने कहा कि ऐसी घटनाएं पूरे देश के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसे में हमारा दायित्व है कि इनसे उत्पन्न होने वाले सांप्रदायिक उन्माद को रोका जाए। अपराधियों में दंड का भय होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी से विधायक रामलाल शर्मा ने प्रदेशवासियों से सोशल मीडिया पर रोष के बजाय सद्भाव बनाए रखने से संबंधित पोस्ट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हकदार को न्याय और गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिए।
सौहार्द कायम करने की अपील
सीपीआई (एम) के प्रदेश सचिव श्री अमराराम ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदेश में इस ह्दयविदारक घटना की भत्र्सना करते है। अपराधियों को जल्द सजा दिलाकर पूरे देश में राजस्थान का उदाहरण पेश करना चाहिए, तभी अपराधियों में भय पैदा होगा। सीपीआई के सचिव नरेंद्र आचार्य ने सौहार्द कायम करने की अपील करते हुए कहा कि राजस्थान सांप्रदायिक सौहार्द के लिए प्रसिद्ध है। ?सी घटनाओं में अपराधियों को त्वरित सजा दिलवाकर एक मिसाल पेश की जाए, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने बताया कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण दोनों अपराधियों को घटना के चार घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, इस षडयंत्र में शामिल चार अन्य अपराधियों को भी हिरासत में लेकर उनके खिलाफ धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के तुरन्त बाद पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से प्रदेश में शांति भंग की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर संभागीय आयुक्त व पुलिस महानिरीक्षक की बैठक कर प्रदेशभर में धारा-144, नेटबंदी व उदयपुर में कफ्र्यू लगाने के त्वरित निर्णय लिए गए, जिससे शांति व्यवस्था बनी रही। बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
सर्वदलीय बैठक में पारित प्रस्ताव
उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में हुई कन्हैयालाल साहू की हत्या की कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं। यह एक अमानवीय त्य है एवं मानवता पर कलंक के समान है। एक सभ्य समाज में इस तरह के त्यों का कोई स्थान नहीं है। सभी राजनैतिक दल एकराय होकर इस त्य के दोषियों को न्यायसंगत तरीके से कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं। सभी राजनैतिक दल प्रदेश की जनता से अपील करते हैं कि शांति एवं सद्भाव बनाये रखें। इस परिस्थिति में संयम से काम लेना ही उचित तरीका है। पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा की जा रही है एवं राजस्थान पुलिस का आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) एवं स्पेशल अपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा एनआईए के साथ समन्वय किया जा रहा है। इस घटना तथा साजिश में शामिल सभी अपराधियों को कठोरतम दंड दिलवाकर पीडि़त परिवार को न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। राजस्थान में हमेशा सामाजिक सौहार्द कायम रहा है। यह प्रदेश के सामाजिक सौहार्द को बिगाडऩे का एक प्रयास है। हमारा पूर्ण विश्वास है कि राजस्थान की जनता ?से असमाजिक तत्वों के मंसूबों को सफल नहीं होने देगी।
