जयपुर. कौशल, खेल और कला-संस्कृति को फोकस करते हुए युवाओं से ब्लॉक स्तर तक संवाद किया जाएगा। इस संवाद में मिलने वाले फीडबेक को राज्य सरकार को प्रस्तुत कर उसके आधार पर नई युवा नीति बनाई जाएगी। युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान युवा बोर्ड अध्यक्ष सीताराम लांबा ने मंगलवार को एसएमएस स्टेडियम स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी। खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना वर्तमान में सबसे बड़ी जरूरत है। इसके लिए युवाओं में कौशल विकास कर उन्हें रोजगार से जोडऩे पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। खेलों के माध्यम से भी युवाओं में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। राज्य की छुपी हुई कलाओं को उभारकर युवाओं को सशक्त बनाने में मदद की जा सकती है। इसलिए इन्हीं तीनों विधाओं पर विशेष फोकस करते हुए यूथ बोर्ड के माध्यम से युवाओं से ब्लॉक स्तर तक जाकर संवाद कर उनकी राय ली जाएगी। यहां से मिलने वाले फीडबेक के आधार पर डेटा एकत्रित कर रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जाएगी। युवाओं द्वारा दी गई राय को आधार बनाकर नई युवा नीति को मूर्त रूप दिया जाएगा।
चांदना ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युवाओं को नशे की बुराई से बचाने के लिए ‘नशा मुक्तिÓ अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों में राज्य के युवाओं को प्राथमिकता से रोजगार दिलाने की संभावना पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश में खेलों के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि खेल सुविधाओं का व्यापक विस्तार किया गया है और ग्रामीण ओलम्पिक खेल के रूप में अनूठी पहल की गई है।
राजस्थान युवा बोर्ड अध्यक्ष सीताराम लांबा ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को आगे बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगामी बजट युवा केंद्रित बनाने की घोषणा की है, जो अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि युवा बोर्ड युवाओं के लिए उनकी पसंद की युवा नीति बनवाने पर कार्य कर रहा है। इसके लिए संभाग स्तर और अधिकतर जिलों में संवाद कार्यक्रम किए गए हैं, जिनमें हजारों युवाओं से इंट्रेक्शन किया गया है। भविष्य में शेष रहे अन्य जिलों और ब्लॉक स्तर पर संवाद कर युवाओं से राय ली जाएगी। इस अवसर पर युवा बोर्ड के उपाध्यक्ष सुशील पारीक एवं बोर्ड के सदस्य सचिव कैलाश पहाडिय़ा उपस्थित थे।
