मुंबई. महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संग्राम आखिरी पड़ाव पर आ गया है। सुप्रीम कोर्ट की सीजीआई बेंच के सामने सोमवार को महाराष्ट्र के सियासी खींचतान का मामला रखा गया था। जिस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि अभी स्पीकर किसी विधायक के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई न करें। कोर्ट ने कहा कि महाराष्ट्र मामले की सुनवाई में अभी वक्त लग सकता है। ऐसे में स्पीकर फिलहाल विधायकों की अयोग्यता के मामले में कोई कार्रवाई ना करे। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से दो याचिकाएं दायर की गई थीं, पहली याचिका 16 बागी विधायकों की अयोग्यता को लेकर थी, जिस पर आज फैसला आना था, लेकिन कोर्ट ने फिलहाल इसे टाल दिया गया है। इसके अलावा एक याचिका दो दिनों पहले उद्धव ठाकरे के गुट की ओर से भी दायर की गई थी। उस याचिका में राज्यपाल के 30 जून वाले फैसले को चुनौती दी थी।
सुप्रीम कोर्ट की सीजीआई बेंच के सामने आज महाराष्ट्र का सियासी मामला रखा गया। इस मामले पर चीफ जस्टिस ने कहा कि अभी स्पीकर किसी विधायक के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई ना करे। कोर्ट ने कहा कि महाराष्ट्र मामले की सुनवाई में अभी वक्त लग सकता है।
उद्धव ने लिखा भावुक पत्र
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संकट के दौरान वफादारी और समर्थन के लिए शिवसेना के 15 वफादार विधायकों को धन्यवाद देते हुए उन्हे एक भावनात्मक पत्र भेजा है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मां के दूध के साथ बेईमानी मत करो, शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के मंत्र का पालन किया है। बकौल ठाकरे, बिना किसी धमकी और प्रलोभन के हम वफादार बने रहे और शिवसेना को ताकत दी। कल रात मातोश्री में शिवसेना के मुख्य नेताओं की बैठक हुई, जिसमें संजय राऊत, अरविंद सावंत, राहुल शेवाळे, सुभाष देसाई शामिल रहे। इस बैठक में कई देर तक चर्चा हुई।