जयपुर. जयपुर जिले में विभिन्न उपखंडों में करीब 34 करोड़ रूपए के पेयजल संबंधी कार्य होंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल डॉ. सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई राजस्थान वाटर सप्लाई एवं सीवरेज मैनेजमेंट बोर्ड (आरडब्ल्यूएसएसएमबी) की वित्त समिति की बैठक में इन कार्यों से संबंधित निविदाओं को मंजूरी दी गई। जयपुर जिले के विराटनगर कस्बे में शहरी जल प्रदाय योजना अंतर्गत 12 करोड़ 93 लाख रूपए के पेयजल संवर्धन कार्यों के तहत किशनपुरा गांव में 15 नलकूप खोदे जाएंगे एवं 16 किलोमीटर से अधिक की डीआई पाइप लाइन के माध्यम से किशनपुरा से पानी विराटनगर कस्बे में लाया जाएगा। विराटनगर कस्बे की पुरानी पाइप लाइनों को बदलकर करीब 27 किलोमीटर लंबाई की नई पाइप लाइनें डाली जाएंगी। साथ ही, कस्बे में बसी नई कॉलोनियों में पेयजल आपूर्ति के लिए एक उच्च जलाशय, स्वच्छ जलाशय एवं पंप हाउस भी बनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विराटनगर कस्बे में पेयजल संकट के कारण इस बार भीषण गर्मी में 72 घंटे में पेयजल आपूर्ति हो पा रही थी और 100 टैंकर ट्रिप प्रतिदिन पेयजल परिवहन कर लोगों को पानी उपलब्ध कराया गया। 13 करोड़ के पेयजल संवर्धन कार्यों की स्वीकृति के बाद वहां 24 घंटे में पेयजल आपूर्ति संभव हो सकेगी एवं हर साल टैंकर के माध्यम से जल परिवहन का खर्च भी कम होगा।
जेजेएम के तहत होंगे 21.25 करोड़ रू. के कार्य
जयपुर जिले के गोविन्दगढ़ उपखंड में जल जीवन मिशन के तहत 10 करोड़ 55 लाख रूपए की लागत से हर घर जल कनेक्शन, नलकूप, उच्च जलाशय एवं पाइप लाइन के कार्य होंगे। इससे 13 गांव एवं 94 ढाणियां लाभांवित होंगी। साथ ही, चौमू उपखंड में भी 10 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत के जल जीवन मिशन के कार्य करवाए जाएंगे। इससे चौमूं के आसपास स्थित 8 गांव लाभांवित होंगे। दोनों कार्यों की निविदाएं वित्त समिति की बैठक में स्वीकृत की गईं। इसके अलावा बैठक में श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ कस्बे में शहरी जल प्रदाय योजना के तहत उच्च जलाशय, डिग्गी, रेपिड ग्रेविटी फिल्टर, पाइप लाइन सहित अन्य पेयजल संवर्धन कार्यों के लिए 4 करोड़ 98 लाख रूपए की वित्तीय स्वीकृति दी गई।