आज से सावन शुरू हो जाएगा। इसको लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है। सावन माह को लेकर प्रदेश और देश के शिव मंदिरों की साफ-सफाई कर उनकी सजावट की गई। आज से भक्त भगवान शिव को रिझाने के लिए तरह-तरह से जतन शुरू करेंगे। क्योंकि सावन माह भोलेनाथ को समर्पित् है। इस माह भोलेनाथ का श्रद्धाभाव से पूजन किया जाता है। आज से शुरू हो रहे सावन महीने में भगवान शिव की पसंदीदा चीजों को पूजन सामग्री में शामिल किया जाए तो वह प्रसन्न होकर जातक पर अपना आशीर्वाद बरसाते हैं। इसलिए सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार के लिए जतन किए जाते हैं। ऐसे में आपके लिए जानना भी ये जरूरी है कि भोलेनाथ को क्या पंसद है और क्या नापसंद।
- भगवान शिव को पसंद है ये चीजें
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ को दूध को अभिषेक किया जाता है। मान्यता है कि उन्हें दूध अतिप्रिय है, क्योंकि समुद्र मंथन के दौरान जब भोलेनाथ ने विष पिया तो उनके शरीर में जलन होने लगी थी। इस जलन को शांत करने के लिए देवताओं ने उन पर दूध की वर्षा की थी। जिससे उनकी जलन शांत हुई। - भगवान शिव को आक और कनेर के फॅल अतिप्रिय हैं। मान्यता है कि आक के फूल चढ़ाने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं। कनेर का फूल चढ़ाने से शिवजी प्रसन्न होकर भक्त की सभी मनोकामनाओं पूर्ण करते है।
- भगवान भोलेनाथ को धतूरा, बेलपत्र, चंदन, केसर, भांग, इत्र, अक्षत, शक्कर, दही, घी, शहद, गंगाजल, गन्ने का रस भी काफी पसंद है। इसलिए सावन माह में पूजन सामग्री में इन चीजों को शामिल किया जाता है।
- भगवान के नापसंद की चीजें
मान्यता है कि भगवान शिव को भूलकर भी नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए। - भोलेनाथ को पूजा में कभी तुलसी का पत्ता भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
- केतकी और केवड़े का फूल महादेव की पूजा में वर्जित है। इसे कभी नहीं चढ़ाएं।
- महादेव की पूजा में शंख वर्जित माना गया है।
- भोलेनाथ को हमेशा चंदन लगाना चाहिए। रोली या कुमकुम का प्रयोग उनकी पूजा में न करें।
नोट: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. indianew24.online इसकी पुष्टि नहीं करता. इन्हें अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.