नई दिल्ली. सावन माह शुरू हो चुका है, इस पवित्र माह में शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वहीं अब ज्ञापव्यापी परिसर में कथित तोर पर मिले शिवलिंग की करने की अनुमति देने की मांग उठी हैं। श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति दल के अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि वे ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर कथित तौर पर मिले शिवलिंग की पूजा करना चाहते हैं। इस याचिका में भगवान शिव के शिष्यों और अनुयायियों ने अदालत के आदेश पर हुए सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में वजुखाना या जलाशय के अंदर कथित तौर पर मिले शिवलिंग की पूजा करने की अनुमति मांगी गई है। श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति दल के अध्यक्ष ने अदालत को दी अपनी याचिका में कहा है कि वे संविधान के तहत गारंटी के अनुसार शिवलिंग पर अपनी धार्मिक प्रथाओं के अनुसार पूजा अर्चना करना चाहते हैं। इसमें ये भी कहा है कि हालांकि शिवलिंग को अदालत के आदेश के बाद संरक्षित किया गया है, लेकिन भगवान शिव के भक्तों के लिए उस स्थान पर पूजा करने और अनुष्ठान करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इस याचिका में याचिकाकर्ता ने ये भी लिखा कि शिवलिंग के पास वजू किया जा रहा है और यह भगवान शिव के अनुयायियों के लिए दर्दनाक है।