नई दिल्ली. देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान होगा। संसद और तमाम राज्यों की विधानसभाओं में करीब 4,800 सांसद और विधायक अपने मतदान का प्रयोग कर नए राष्ट्रपति को चुनेंगे। ये मतदान सुबह 10 से शाम 5 बजे तक होगा। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं। विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा हैं। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होग। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। गौतरलब है कि 24 जुलाई को मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होनेवाला है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार एक सांसद के वोट का मूल्य 700 है। अलग-अलग राज्यों में हर विधायक के वोट का मूल्य अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश में प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 208 है, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु में 176 है। सिक्किम में प्रति विधायक वोट का मूल्य 7 है, जबकि नागालैंड में यह 9 और मिजोरम में 8 है।
अलग रंग के मतपत्र
संसद के निर्वाचित सदस्यों और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को 18 जुलाई को मतदान के लिए अलग-अलग रंगों के मतपत्र मिलेंगे। सांसदों को जहां हरे रंग के मतपत्र मिलेंगे। वहीं विधायकों को गुलाबी रंग में मतपत्र दिए जाएंगे। सभी को अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देने के लिए चुनाव आयोग की विशेष कलम का इस्तेमाल करना होगा।
यूपी में विशेष तैयारियां
उत्तर प्रदेश के हर निर्वाचित विधायक का मत मूल्य सर्वाधिक 208 रहने से सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में इस राज्य की अहम भूमिका रहेगी। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में कुल 403 सदस्य हैं जो इस चुनाव में मतदान करेंगे। राज्य के पांच विधायक, व्यक्तिगत कारणों से राज्य के बाहर अपना वोट डालेंगे। इनमें से चार दिल्ली में मतदान करेंगे, जबकि एक विधायक ने तिरुवनंतपुरम में मतदान करने का फैसला किया है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मतदान की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी विधायकों को सूचित कर दिया है और उन्हें यह भी बताया गया है कि क्या सावधानियां बरतनी हैं।