नई दिल्ली. एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। तीन राउंड में द्रौपदी मुर्मू को कुल 2161 वोट मिले हैं और इसकी वैल्यू 5,77,777 है। वहींं इनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा को कुल 1058 वोट मिले और जिनका वैल्यू 2,61,062 है। द्रौपदी मुर्मू की इस बड़े अंतर से जीत के पीछे विधायकों और सांसदों की क्रॉस वोटिंग को बड़ा कारण माना जा रहा है। भाजपा का दावा है कि 17 सांसदों और 113 विधायकों ने द्रोपदी मुर्मु के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की।
सांसदों ने की क्रॉस वोटिंग?
जानकरी के अनुसार पहले चरण में सांसदों के वोटों की गिनती शुरू की गई थी। इस चरण में द्रौपदी मुर्मू को 540, यशवंत सिन्हा को 208 वोट मिले थे। मुर्मू को मिलने वाले वोट की वैल्यू 3,78,000 और सिन्हा के वोटों की वैल्यू 1,45,000 है। दोनों सदनों के मिलाकर सांसदों के 780 वोट थे। जिनमें से 13 सांसदों ने वोटिंग में भाग नहीं लिया और इस चरण में 15 वोट अमान्य भी पाए गए थे। यानी संसद में मुर्मू को 72 प्रतिशत सांसदों का समर्थन मिला। यशवंत सिन्हा को सिर्फ 28 प्रतिशत सांसदों ने ही वोट डाले। दोनों सदनों को मिलाकर एनडीए के इतने सांसद नहीं है। इसका मतलब है कि कई सांसदों ने पार्टी की राजनीति के ऊपर उठकर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है।
विधायकों ने भी अपनी मर्जी से किया मतदान
विधायकों में मामले में कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली है। कुछ विधायकों ने खुलकर ऐलान कर दिया था कि वो पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर आदिवासी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे। जैसे गुजरात में एनसीपी विधायक कांधल एस जडेजा ने कहा था कि वह अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे। उनकी पार्टी एनसीपी, यशवंत सिन्हा के साथ थी। सपा नेता अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल ने खुलेआम द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। उनके बरेली के विधायक शहजील इस्लाम ने भी खुलकर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। हरियाणा में कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक असम से 22, मध्यप्रदेश से 18, महाराष्ट्र से 16, गुजरात से 10, बिहार से 6, छत्तीसगढ़ से 6 और अन्य राज्यों से भी 1-5 विधायकों ने द्रोपदी मुर्मु के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की।
25 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह
राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति मिल गई है। 24 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होगा। 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी। विपक्ष ने राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी हार स्वीकार करते हुए द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी।