लक्ष्मणगढ़(सीकर). कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में शहीद हुए उपखण्ड के जवान शिशुपाल सिंह बगडिय़ा की पार्थिव देह देर शाम उपखंड के बलांरा थाना परिसर में पहुंचा। शहीद के पाॢथव शरीर के यहां पहुंचते ही ग्रामीणों व युवाओं ने देशभक्ति के नारे लगाक शहीद को नमन किया। थाना परिसर में शहीद की पार्थिव देह सुरक्षित रखवा दी गई। शहीद के बड़े भाई डिप्टी कमांडेन्ट मदनसिंह बगडिय़ा ने बताया कि सोमवार सुबह 7 बजे से शहीद के सम्मान में बलारां से सिंगोदड़ा, ढोलास, खीरवा व डूडवा होते हुए उनके पैतृक गांव बगडिय़ा का बास तक तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। बाद में गांव में सैन्य सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले शिशुपाल सिंह व बाड़मेर के लाल सांवलाराम विश्नोई का शव रविवार सुबह युगांडा से रवाना होकर सुबह नौ बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। बाद में एयरपोर्ट से पाॢथव देह को बीएसएफ मुख्यालय ले जाया गया। मुख्यालय पर सेना के उच्चाधिकारियों एवं भारत सरकार की ओर से केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने पुष्प चक्र अर्पित कर दोनों शहींदों को श्रद्धाजंलि दी। यहां दोनों शहीदों की पार्थिव देह को उनकी जन्मभूमि के लिए रवाना किया। उल्लेखनीय है कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में तैनात लक्ष्मणगढ़ के बगडिय़ों का बास निवासी शिशुपाल सिंह बगडिय़ा व बाड़मेर के सांवलाराम विश्नोई हिंसक प्रदर्शन के दौरान शहीद हो गए थे।
देश के लिए अपूरणीय क्षति
शहीद शिशुपाल सिंह बगडिय़ा व सांवलराम विश्रोई की पार्थिव देह के भारत पहुंचने पर केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने इसे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया। चौधरी ने कहा कि विश्व शांति के लिए हिंदुस्तान और राजस्थान ने भारत माता के दो सच्चे और बहादुर सपूतों को खो दिया है। आज इन वीरों की पार्थिव देह को इनकी जन्मभूमि रवाना करना मेरे लिए काफी मर्माहत और दु:खद पल है। ईश्वर से प्रार्थना की उनकी पुण्यात्माओं को चिर शांति व परिजनों को संबल प्रदान करें।